दिन में धूप खिलने के साथ शाम को मौसम ने पलटा खाया और गांव में बारिश के साथ आधा दर्जन गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि ने जीरा, चना, सरसों सहित कई फसलों को जमींदोज कर दिया।
दिन में जहां तेज धूप खिली थी वहीं किसान अपनी फसलों को देखकर हर्षित हो रहे थे, लेकिन करीब साढ़े 4 बजे बाद अचानक आए मौसम में बदलाव ने फसलों पर ओलावृष्टि के रूप में कहर बरपाया। ओलावृष्टि से बड़ी तादाद में पंखेरू कालकलवित हुए।
खटोड़ा, बिरलोका, पिपलिया, पांचलासिद्धा, हेमपुरा, गुलासर सहित कई गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई। ओलों से बिछी चादर के कारण दूर-दूर तक सफेदी दिखाई दी। अपनी नष्ट हुई फसलों को देखकर किसान मन ही मन रो रहे हैं। फसल खराबे से दुखी किसानों ने कहा कि हम बर्बाद हो गए।
सरकार से करेंगे विशेष पैकेज की मांग
जाट महासभा के अध्यक्ष एवं किसान नेता नानकराम हुड्डा ने बताया कि बेमौसम की बारिश एवं ओलावृष्टि ने फसलों पर जमकर कहर बरपाया है। किसान पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर है। ऊपर से ओलावृष्टि ने उनका सबकुछ छीन लिया है। सरकार से मांग करेंगे कि वो किसानों को विशेष पैकेज दे।
ओलों से बिछी चादर, नहीं दिखी फसल
हेमपुरा के राजेन्द्रसिंह भाटी ने बताया कि मौसम साफ था और शाम को अचानक बदल गया और बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हुई जिनमे बड़े बैर के आकार के ओले गिरे। ओलो से बिछी चादर के कारण खेतों में फसलें भी दिखाई नहीं दे रही।