गांव फिरोजपुरा, निम्बड़ी चांदावता ऐसे गांव है जहां छोटे बच्चों से लेकर युवाओं के हाथों में हॉकी की स्टिक होती है। ये खिलाड़ी अल सुबह हॉकी मैदान में अभ्यास करते और बुजुर्ग इनका मार्गदर्शन करते नजर आते हैं । फिरोजपुरा गांव में पिछले तीन दशक से हॉकी का खेल परवान पर है। 1990 से 2000 के दशक में नागौर की जिला स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता व राज्य स्तर पर खेलने वाली नागौर जिले की टीमों में फिरोजपुरा के खिलाड़ियों का बोलबाला रहता था। यही कारण है कि आज गांव के हर घर में राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है।
तीन दशक पहले दो शिक्षकों ने की शुरुआत
फिरोजपुरा में करीब साढ़े तीन दशक पूर्व शिक्षक ओमप्रकाश डुकिया व रामनिवास मारुका ने सरकारी विद्यालय में हॉकी खेल की शुरुआत की। सुबह- शाम नियमित अभ्यास कराने की उनकी व ग्रामीणों की मेहनत रंग लाई। वर्तमान में गांव के हर घर में हॉकी खिलाड़ी है। गांवों के सरकारी व निजी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को हॉकी खिलाड़ी के रूप में तराशा जा रहा है।
हॉकी के साथ क्षेत्र में ट्रलिंग, निशानेबाजी, हेंडबॉल, शॉफ्टबाल, खो खो, कबड्डी, थ्रोबाल, क्रिकेट आदि खेलों में भी राज्य, राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
हरिराम कड़वासरा, जिलाध्यक्ष, नागौर जिला हॉकी संघ।
सविता बिश्नोई, राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी। कुचेरा क्षेत्र के लोग खेलों के प्रति काफी जागरूक हैं। यही कारण है कि राजकीय व निजी विद्यालयों में हॉकी व अन्य खेलों की टीमें तैयार की जा रही है। सरकार को भी ध्यान देते हुए क्षेत्र में अच्छा हॉकी स्टेडियम बनाना चाहिए, ताकि राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हो सके।