बयानबाजी की शुरुआत हुई दिव्या मदेरणा की उस तंज कसती टिप्पणी से, जिसमें उन्होंने हनुमान बेनीवाल के राजनीतिक प्रभाव पर सवाल उठाते हुए उनके चुनावी संघर्ष को निशाने पर लिया। दिव्या ने कहा कि “खींवसर में बेनीवाल और उनकी आरएलपी पार्टी की हालत टाइट है। स्थिति ये है कि बेनीवाल को सुबह के 4-4 बजे से लोगों के घर जाकर उनके पैर पकड़ रहे हैं और वोट मांग रहे हैं।”
दिव्या के इस बयान से खींवसर की राजनीति में हलचल मच गई। हनुमान बेनीवाल ने भी दिव्या के बयान पर पलटवार करने में देर नहीं लगाई। उन्होंने कहा कि वो अपने इलाके में चार बजे वोट मांगें या पांच बजे, यह उनका निर्णय है, दिव्या मदेरणा कौन होती हैं इस पर सवाल उठाने वाली।