नागौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले अमरपुरा धाम पहुंचे । सह सेवा प्रमुख ने संत शिरोमणि श्रीलिखमीदासजी महाराज के स्मारक स्थल के दर्शन किए। इस अवसर पर उनके साथ राजस्थान क्षेत्र के सेवा प्रमुख शिव लहरी भी थे। यहां पर मटाले का सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान की ओर से स्वागत किया गया। बालकिशन भाटी ने संघ पदाधिकारियों को संत शिरोमणि श्रीलिखमीदासजी महाराज के कृतित्व एवं व्यक्तित्व के संबंध में जानकारी दी। क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिव लहरी ने कहा कि महापुरुष किसी भी जाति , वर्ग विशेष के नहीं होते हैं। इस दौरान डा. हापुराम चौधरी , शिवदेव भाटी , सुरेन्द्र सोलंकी , नटवरराज आदि मौजूद थे।
नागौर. नगर परिषद् की ओर से दीनदयाल अन्त्योदय योजना की राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के घटक स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत स्वरोजगार ऋण के लिए टास्क फोर्स कमेठी की बैठक आयुक्त श्रवणराम चौधरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में प्राप्त 44 आवेदन मे से 26 आवेदन स्वीकृत हुए व 8 निरस्त कर दिए गए। 10 आवेदक अनुपस्थित थे। आयुक्त चौधरी ने बैंक अधिकारियों को लम्बित आवेदनों को शीघ्र निस्तारण किये जाने के निर्देश प्रदान करने के साथ ही इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना कीं भी जानकारी दी। इसमें बैठक में अग्रणी बैक अधिकारी संदीप गुप्ता व विभिन्न बैंकों व जिला उद्योग केन्द्र के प्रतिनिधि मौजूद थे।
भगवान को सच्चे भाव से पाया जा सकता है
नागौर. गोचिकित्सालय में चल रही भागवत कथा में कथावाचक ममता देवी ने कहा कि सच्चे भाव और प्रेम से भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। भगवान भाव के भूखे होते है। द्वापर युग का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि की गोपियों को भगवान श्री कृष्ण का सानिध्य इसलिए मिला, क्योंकि उन्होंने त्रेता युग में ऋषि-मुनि के जन्म में भगवान के सानिध्य की इच्छा को लेकर कठोर साधना की थी। शुद्ध भाव से कि गई परमात्मा की भक्ति सभी सिद्धियों को देने वाली होती है। े श्री कृष्ण की गोपियों के साथ रासलीला का सुन्दर वर्णन करते हुए कहा कि शरद पुर्णिमा को भगवान श्री कृश्ण ने गोपियों के साथ रासलीला की थी। उन्होने कहा रास को श्रवण करने के लिए बुद्धि नही हृदय की आवश्यकता होती है। श्री कृष्ण का रूकमणी के साथ विवाह का सुन्दर चरित्र-चित्रण किया। दिव्य सजीव झाँकियों का प्रस्तुतिकरण किया गया। स्वामी कुशालगिरी ने ईश्वर प्राप्ति विषय पर प्रकाश डालाद्ध। भामाशाह नरसी कुुलरिया ने गोसेवा के लिए एक माह का चारा खर्च नौ लाख रुपए का वहन करने की घोषणा की। इनका सम्मान किया गया।