पुलिस के अनुसार हादसा दूढिय़ावास पुलिया के पास हुआ। बीकानेर निवासी धनपत राम विश्नोई (45) ट्रेलर से जा रहा था कि सामने से आ रहे ट्रेलर से भिड़ंत हो गई। इसके चलते वहां जा रही गाडिय़ों के चालक उतरे और संभाला, किसी ने मूण्डवा थाना पुलिस को सूचित किया, गाड़ी में फंसे ट्रेलर चालक धनपत राम को निकाला। बताया जाता है कि इसी दौरान धीरे-धीरे दोनों ट्रेलर ने आग पकड़ ली। सूचना मिलने पर मूण्डवा थाने के हैड कांस्टेबल जगदीश मय टीम यहां पहुुंचे तो नागौर नगर परिषद के साथ मूण्डवा व अम्बुजा की फायर ब्रिगेड भी यहां पहुंच गई। पुलिस ने धनपत राम को जेएलएन पहुंचाया तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसका शव जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।
हैड कांस्टेबल जगदीश ने बताया कि एक ट्रेलर में कोयला तो दूसरे में पाउडर था। तेजी से हुए हादसे के चलते ट्रेलर ने आग पकड़ ली, वो तो अच्छा हुआ कि समय रहते धनपत राम को लोगों ने बाहर निकलवा दिया। अब कौन सा ट्रेलर किधर से आ रहा है, हादसा कैसे हुआ, यह बताना मुश्किल हो रहा है। दूसरे ट्रेलर के चालक व खलासी का पता नहीं चला है। संभवतया वो हादसा होते ही भाग छूटे।
लोगों की भीड़, वायरल वीडियो से दहशत बताया जाता है कि शाम को हादसे के बाद जहां आग को देखने लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई वहीं वायरल वीडियो से लोगों में तरह-तरह की बात होने लगी। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से दो-तीन जनों के जिंदा जलने का मैसेज तक चला दिया, हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। हैड कांस्टेबल जगदीश ने बताया कि दूसरे ट्रेलर के चालक-खलासी संभवतया हादसे के बाद भाग निकले। आग लगी जरूर, लेकिन उसके किसी के चपेट में आने की खबर निराधार है। धनपत राम का शव जेएलएन अस्पताल में रखवाया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आग पर दो घंटे में पाया काबू नागौर नगर परिषद के फायरमैन शैतानराम ने बताया कि घटना के बाद नगर परिषद के साथ मूण्डवा और अम्बुजा की फायरब्रिगेड वहां पहुंची। महबूब अली, हेतराम, आकाश समेत अन्य कर्मचारियों ने करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया।