जानकारी अनुसार, विगत रात साढ़े नौ बजे रोहिसी हॉल सिलावट मोहल्ला मेड़ता सिटी निवासी शौकत अली (55) और मुश्ताक (21) पिता-पुत्र मोटरसाइकिल पर थांवला बाबा की दरगाह में इबादत कर वापस मेड़ता सिटी की तरफ लौट रहे थे। इस दौरान अजमेर-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग 58 स्थित गंवारड़ी गांव सरहद पर सामने से तेज गति व लापरवाही से आई एक लोडिंग जीप ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस के चालक हरेंद्र तेतरवाल ने दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया। जहां शुक्रवार सुबह चिकित्सकों की ओर से शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द किया गया। वहीं, दूसरी तरफ थाने में मृतक शौकत अली के पुत्र रफीक मोहम्मद ने थाने में लोडिंग जीप चालक के खिलाफ तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाते हुए दुर्घटनाकारित करने का मामला दर्ज करवाया।
मेड़ता में सब्जी विक्रय का कार्य करता था मुश्ताक
दरअसल, रोहिसी निवासी शौकत अली और उसका पुत्र मुश्ताक पिछले लंबे समय से मेड़ता शहर के वार्ड नंबर 40 स्थित ख्वाजा नगर कॉलोनी में रह रहे थे। शौकत अली पक्षाघात से पीड़ित भी बताए जा रहे हैं। वहीं, मुश्ताक शहर में ही सब्जी बेचने का काम करते थे। गमगीन माहौल में एक साथ निकला पिता-पुत्र का जनाजा
जानकारी मिलने पर वार्ड पार्षद जाकिर सांखला, अमजद केके, जिशान कुरैशी सहित जनप्रतिनिधि भी मोर्चरी पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद मेड़ता स्थित आवास पर समाज की प्रारम्भिक औपचारिकता के बाद दोनों शवों को गांव रोहिसी ले जाया गया। जहां से एक साथ पिता-पुत्र का गमगीन माहौल में जनाजा उठा। दोनों मृतकों को गांव के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।