महाराष्ट्र सरकार की तरफ से जारी नोटिस के मुताबिक, लंपी वायरस मुख्य रूप से मवेशियों में पाया जाता है। पशुपालन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को गायों के वैक्सीनेशन में तेजी लाने का आदेश दिया है और ये वैक्सीनेशन फ्री में उपलब्ध होगा।
बता दें कि साल 2019 में हुई जनगणना के मुताबिक, मुंबई में 3 हजार 226 गाय और 24 हजार 388 भैंस हैं। इस बीच मुंबई के खार में एक गाय में ढेलेदार त्वचा रोग का नया मामला सामने आया है। वहीं इससे पहले दो संक्रमित गायों को गोरेगांव ईस्ट के पशु हॉस्पिटल में आइसोलेशन में रखा गया है। गायों के वैक्सीनेशन में भी बीएमसी तेजी दिखा रही है क्योंकि वे भैंसों की तुलना में गांठदार बीमारियों की चपेट में ज्यादा आ रही है।
वहीं अब पशु चिकित्सा अधिकारियों और वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षकों की एक टीम मवेशी शेड का दौरा करेंगी और संचालकों को इसके बारे में अवगत करेंगी। देवनार बूचड़खाने के महाप्रबंधक डॉ कलिमपाशा पठान ने बताया कि कीटनाशक डिपार्टमेंट ने गौशालाओं और आसपास के इलाकों में फॉगिंग और कीट नियंत्रण के इलाज भी जारी कर दिया हैं।
क्या है लंपी वायरस: बता दें कि ढेलेदार त्वचा या लंपी संक्रमण एक वायरल बीमारी है जो मवेशियों में तेजी से फैल रही है। ये बीमारी मच्छरों और मक्खियों जैसे रक्त-पान करने वाले कीड़ों से फैलती है। इस रोग की वजह से बुखार, त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं, जिससे संक्रमित पशुओं की मौत भी हो सकती है। पशुओं के वैक्सीनेशन के लिए लोग 022-25563284/022-25563285 पर बीएमसी से सीधा संपर्क कर सकते हैं।