महाराष्ट्र में आज कहीं भी एक अंक में न्यूनतम तापमान दर्ज नहीं हुआ है। बीते दो-तीन दिनों में मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज हुआ था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, रविवार को राज्य में जलगांव सबसे ठंडा स्थान था और न्यूनतम तापमान गिरकर 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद विदर्भ के चंद्रपुर में पारा 11 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़का।
वहीँ, मुंबई बात करें तो कोलाबा मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री और सांताक्रुज़ में 17.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। पुणे में भी सर्दी घटी है और पारा रात में 13.3 डिग्री तक गिरा है, जबकि अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। शनिवार की तुलना में रविवार को पूरे महाराष्ट्र में ठंड कम हुई है।
हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 1 और 2 फरवरी के आसपास तापमान में फिर से बड़ी गिरावट आएगी और रात में ठिठुरन काफी बढ़ जाएगी। खासकर महाराष्ट्र के उत्तरी हिस्सों में कंपकंपाने वाली ठंड पड़ेगी और पारा एक अंक में दर्ज होगा। इस दौरान पुणे, नासिक, जलगांव, धुले आदि जगहों पर तापमान 10 डिग्री से नीचे जा सकता है। तब पुणे का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और नासिक का तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
आईएमडी-पुणे के मौसम पूर्वानुमान डिवीजन के प्रमुख अनुपम कश्यपि के मुताबिक, न्यूनतम तापमान में गिरावट 29 जनवरी के बाद शुरू हो सकती है और दो-तीन दिनों तक जारी रहने की संभावना है। राज्य में ठंडी बढ़ने की प्रमुख वजह नया पश्चिमी विक्षोभ और साफ आसमान होगा।
मौसम अधिकारी के मुताबिक, 29 जनवरी से साफ आसमान रहेगा और राज्य के कुछ हिस्सों में ठंडी उत्तरी हवा दस्तक देगी। 3 फरवरी के बाद न्यूनतम तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी राज्य में ठंडी कम हो जाएगी। दरअसल मौसम में यह बदलाव हवा का पैटर्न बदलने से होगा। इसके बाद फिर से महाराष्ट्र में उत्तरी हवाएं नहीं आने की संभावना है।
एक अन्य मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि महाराष्ट्र में नवंबर और दिसंबर में नहीं बल्कि दो महीनों की देरी के बाद जनवरी में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया। हालांकि राज्य के लिए अधिकांश सर्दी का सीजन खत्म हो चुका है। महाराष्ट्र आमतौर पर 15 फरवरी तक रात का तापमान कम देखने को मिलता है। 15 फरवरी के बाद वसंत ऋतु का आगाज होने लगता है। हालांकि, मजबूत पश्चिमी विक्षोभ होने पर मध्य फरवरी के बाद भी राज्य में न्यूनतम तापमान गिरने से ठंड पड़ सकती है।