शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर रत्नागिरी में पत्रकार शशिकांत वारिसे की हत्या के मामले को देखने का अनुरोध किया है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि उन्हें इस मामले से दूर रहने के लिए धमकी भरे कॉल किये जा रहे हैं। राउत ने कहा, उनका हाल भी पत्रकार शशिकांत वारिसे जैसा करने की धमकी दी गई है। यह धमकियां राउत को फोन पर दी गई। दूसरी ओर राउत ने आरोप लगाया है कि वित्तीय घोटाले के खुलासे के कारण पत्रकार की हत्या की गई है।
महानगरी टाइम्स के साथ काम करने वाले मराठी पत्रकार शशिकांत वारिसे की संदिग्ध परिस्थितियों में वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। 6 फरवरी को एसयूवी द्वारा 46 वर्षीय वारिसे की स्कूटर को टक्कर मारी गई थी। आरोप है कि टक्कर के बाद वारिसे को राजापुर राजमार्ग पर कुछ दूर तक घसीटा भी गया था। गंभीर रूप से घायल पत्रकार ने बुधवार को दम तोड़ दिया, जिससे मीडिया और राजनीतिक हलकों में कोहराम मच गया।
पुलिस ने वारिसे की मौत के मामले में रियल्टी एजेंट पंढरीनाथ अंबरकर को गिरफ्तार किया है। दबाव बढ़ने पर पुलिस ने अंबरकर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। कोर्ट ने 42 वर्षीय अंबरकर को 13 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा है।
नानार के पास बारसु में विदेशी सहयोग से प्रस्तावित रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स मेगा-कॉम्प्लेक्स के खिलाफ अभियान चलाते हुए पत्रकार शशिकांत वारिसे लेखों की एक सीरीज लिख रहे थे। यह आरोप लगाया जा रहा है कि वारिसे को रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के समर्थक अंबरकर ने तेज रफ्तार गाड़ी से कुचल कर मार डाला। अंबरकर के वाहन के नीचे पत्रकार को 100 मीटर से अधिक दूरी तक घसीटा गया, इसके बाद आरोपी मौके से भाग गया।