उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी सरकार और शिवसेना को बचाने की कोशिशों में लगातार जुटे हैं। शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर से बागी विधायकों को निलंबित करने की मांग की थी। शिवसेना के इस मांग के बाद डिप्टी स्पीकर की तरफ से बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया गया है। नोटिस के मुताबिक इन बागी विधायकों से 27 जून तक जवाब दाखिल करने को कहा गया है।
दीपक केसरकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र से गुवाहाटी आने के बाद बहुत कम मौक़ा मिला बातचीत करने के लिए। आज मुझे एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत करने के लिए कहा। केसरकर ने कहा कि हम शिवसेना से बाहर नही निकले हैं हम अभी भी शिवसेना में हैं. हम लोगों को किसी ने भी कुछ करने को नहीं कहा है। हमने जो भी किया हैं सब अपने मन से किया है। केसरकर ने महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर के निर्णय को लेकर कहा कि हम उनके फैसले को कोर्ट में चैलेंज करेंगे। हम शिवसेना से अलग नहीं हैं। हमने शिवसेना का अलग नाम नहीं मांगा है। हम हमेशा से शिवसेना के विचार को लेकर चलने वाले हैं।
दीपक केसरकर ने आगे कहा कि हमलोगों डराने में लिए डिसक्वालीफिकेशन की धमकी दी जा रही है। शिवसेना नेता लोगों को सड़क पर उतारने की जो कहा जा रहा है वो ग़लत है। मैं सभी शिवसेना के लोगों से कहूँगा की उन्हें सड़क पर आने की जरूरत नहीं हैं। हमारे दो तिहाहि बहुमत होने के बावजूद हम अब भी शिवसैनिक हैं। बस हम अपना घट अलग कर रहे हैं। शिवसेना को किसी ने हाईजैक नही किया है. बल्कि शिवसेना को कोंग्रेस और एनसीपी ने हाईजैक किया था। हमें एक सप्ताह का समय तो देना चाहिए था। हमे जो समन दिया गया है उसका जवाब देंगे समय लेंगे। केसरकर ने कहा कि मैं सीएम उद्धव ठाकरे से ये प्रार्थना करता हूं कि महाराष्ट्र में दंगे खत्म करवाएं. साथ ही महाराष्ट्र की जनता को रिलिफ दें।