महाराष्ट्र सरकार ने 1 जुलाई से मध्यप्रदेश सरकार की ‘लाडली बहना योजना’ (Ladli Behna scheme) की तर्ज पर लाडकी बहिण योजना लागू की है। इस योजना के तहत 21-60 वर्ष आयु की उन विवाहित, तलाकशुदा और निराश्रित महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये है।
सीएम शिंदे ने शनिवार को पुणे के बालेवाड़ी क्षेत्र में शिव छत्रपति खेल परिसर में निर्मित ‘रैम्प-कम-वॉक-वे’ के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, ”यदि हमें आपका सहयोग प्राप्त हुआ तो हम आपको 3,000 रुपये से अधिक की धनराशि देंगे।”
इस समारोह में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा, ”अगर आप हमें ताकत देंगे तो 1,500 रुपये की मौजूदा राशि को बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया जाएगा। अगर हमें आपका समर्थन मिला तो हम आपको 3,000 रुपये से अधिक दे सकते हैं। वे (एमवीए) इस योजना का विरोध कर रहे हैं, लेकिन महायुती आपके साथ खड़ी है।”
लाडली बहना को 3000 रुपये देंगे- विपक्ष
इस बीच, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) सहित एमवीए के विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर महिलाओं के मत खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने 1,500 रुपये प्रति माह के मामूली आवंटन पर सवाल उठाया। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, लाडकी बहिण योजना शिंदे सरकार के लिए एक टर्निंग प्वाइंट नहीं होगी, बल्कि यह उसके लिए एक यू-टर्न साबित होगी। राज्यसभा सांसद राउत ने यह भी वादा किया कि यदि एमवीए आगामी विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आती है तो इस योजना के तहत मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दिया जाएगा।
बता दें कि एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) मुख्य घटक हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं।