Maharashtra: 14 अगस्त को शिक्षक ने रखा ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का स्टेटस, कोल्हापुर पुलिस ने किया डिटेन, स्कूल ने निकाला
मिली जानकारी के मुताबिक, अकोला शहर के अकोट फाइल इलाके में रहने वाले पत्रकार प्रभाकर गंगाराव विरघट (Prabhakar Virghat) अपना प्रिंटिंग प्रेस चलाते थे। वह पिछले कई दिनों से बीमार थे और अपने दो बच्चों के साथ रह रहे थे। लेकिन 10 अगस्त की रात जब बेटा प्रतुल अपने चाचा के यहां सोने चला गया तो प्रभाकर ने अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।बेटे ने फंदे पर लटका देखा शव
जब अगले दिन यानि 11 अगस्त को उनके पास दूसरा बेटा आया तो उसने पिता को फंदे पर झूलते देखा। दरअसल उसने पिता को चाय-नाश्ते के लिए फोन किया, लेकिन जब उन्होंने फोन नहीं उठाया तो बेटा देखने के लिए मौके पर पहुंचा।
3 सुसाईड नोट बरामद
पत्रकार प्रभाकर गंगाराव ने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए आठ लोगों को जिम्मेदार बताया हैं। अकोट फाइल पुलिस को पंचनामा करते समय पत्रकार प्रभाकर विरघट की जेब से तीन पत्र मिले। एक सुसाइड नोट में उन्होंने उल्लेख किया कि जिन लोगों ने प्रिंटिंग प्रेस को धोखा दिया और विश्वासघात से आर्थिक तंगी लाई, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री से की विशेष जांच की मांग
वहीँ, तीसरे नोट में पत्रकार ने उनकी मौत के बाद मुख्यमंत्री शिंदे सरकार से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्होंने आठ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित करते हुए उन्होंने मामले की जांच के लिए विशेष जांच अधिकारी की नियुक्ति की बात कही।