मुख्यमंत्री शिंदे ने राज्य विधानसभा में कहा कि विदर्भ के विकास के बिना राज्य का पूरा विकास संभव नहीं है। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से दो हेक्टेयर तक के धान पर 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर बोनस देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विदर्भ और मराठवाड़ा जैसे राज्य के अल्पविकसित क्षेत्रों में प्रगति लाने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
शिंदे ने सदन में कहा, ‘‘अगर विदर्भ मजबूत है तो महाराष्ट्र मजबूत होगा। विदर्भ की प्रगति के बिना राज्य की संपूर्ण प्रगति मुमकिन नहीं हो सकती है।’’ इस दौरान उन्होंने हाल में शुरू किये गए नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग की तारीफ की।
शिंदे ने कहा कि समृद्धि महामार्ग 10 जिलों से होकर गुजरता है और 14 जिलों को अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि यह विशाल गलियारा विदर्भ में गोंदिया, भंडारा और चंद्रपुर के साथ ही मराठावाड़ा में जालना और नांदेड जैसे जिलों से भी गुजरेगा।
उन्होंने कहा समृद्धि महामार्ग को सुपर एक्सप्रेसवे कहते हुए कहा कि यह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश को भी महाराष्ट्र से जोड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली बार है जब राज्य में इतना बड़ा एक्सप्रेसवे बनाया गया है। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई और नागपुर को एक साथ लाने का सपना देखा था।’’ उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने एक्सप्रेसवे के आसपास जमीन खरीदी हैं, जो विदर्भ क्षेत्र के विकास में वरदान साबित होगी।