ताजा जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का काफिला कुछ समय पहले ही कोल्हापुर के लिए निकला है। इसलिए पुलिस ने शिवसेना के कोल्हापुर जिलाध्यक्ष संजय पवार को भी गिरफ्तार करने की कोशिश की। पुलिस संजय पवार को हिरासत में लेने के लिए उनके घर गई थी। इस दौरान पवार और उनके समर्थकों ने पुलिस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया।
संजय पवार ने पुलिस अधिकारीयों से कहा “हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने वाले हैं। फिर आप क्यों यह अत्याचार कर रहे हैं।” लेकिन पुलिस ने अपनी कार्रवाई नहीं रोकी। पुलिसकर्मियों ने संजय पवार को हिरासत में लेने का प्रयास किया और उन्हें अपनी कार में बिठाया। इसके बाद शिवसेना (उद्धव गुट) कार्यकर्ता काफी आक्रामक हो गए। संजय पवार को पुलिस स्टेशन ले जाने से रोकने के लिए कई शिवसैनिक पुलिस की गाड़ी के आगे लेट गए। जबकि कई वहीँ धरने पर बैठ गये। हालांकि पुलिस ने एक-एक कर इन कार्यकर्ताओं को हटाया। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया।
इन सबके बीच कोल्हापुर में सियासी माहौल काफी गर्म हो गया है। अब देखना होगा कि पुलिस संजय पवार और शिवसेना कार्यकर्ताओं को कब तक हिरासत में रखती है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज कोल्हापुर और सांगली जाएंगे। दोपहर में वे कलेक्टर कार्यालय में जिले के विकास से जुड़ी योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। कुछ दिन पहले हुए शिंदे कैबिनेट के विस्तार में अब्दुल सत्तार और संजय राठौड़ को मंत्री पद दिए जाने का विरोध शिवसेना कर रही है। दोनों नेताओं पर शिवसेना ने गंभीर आरोप लगाये है। इसी कड़ी में आज कोल्हापुर में कलेक्टर कार्यालय पर धरना देने की तैयारी थी।
हालांकि इस विरोध से पहले ही पुलिस ने शिवसैनिकों और युवा सैनिक के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। कोल्हापुर पुलिस अब तक शिवसेना के जिलाध्यक्ष संजय पवार के साथ युवा सेना के मुख्य पदाधिकारी जिला प्रमुख मंजित माने और युवा सेना के उपशहर प्रमुख वैभव जाधव को हिरासत में ले चुकी है।