कविता के पति ने बताया कि अकेली महिला होने की वजह से भी वह अच्छा महसूस नहीं कर रही थी। इतना ही नहीं उसे वहां खाने और रहने में भी असुविधा हो रही थी। केशोपुर में गंगा नदी के घाट पर कविता का अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले में परिवार के दावे से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
महिला सिपाही की मौत पर उसके पति ने कई सवाल खड़े किए है। कविता के पति ने कहा – पलंग से सटा था पैर, ऐसे में उसने खुदकुशी कैसे की? बता दें कि पुणे से शव लेकर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों को स्वजन के गुस्से का सामना करना पड़ा। कविता के पति भूपेंद्र ने पुणे से आने के बाद कहा कि उसे न तो पुणे की पुलिस द्वारा मदद मिल रहा है और न ही मुजफ्फरपुर की तरफ से। जिस तरह की फोटो पुणे की पुलिस ने दिखाई है उससे यह नहीं लगता है कि ये आत्महत्या का मामला है। पैर पलंग से टच हो रहा है। ऐसी स्थिति में खुदकुशी कैसे हो सकता है?
बता दें कि भूपेंद्र ने बताया कि इस घटना से करीब एक घंटा पहले ही हमारी बातचीत हुई थी। इस दौरान कविता कहीं से भी कमजोर नहीं लग रही थी। चार पुरुषों के बीच अकेली महिला होने तथा रहने और खाने की दिक्कत की चर्चा की थी, लेकिन मैंने उसे प्यार से समझा दिया था। उन्होंने कहा कि हम लोगों के घटना स्थल पर पहुंचने से पहले ही शव को होटल के कमरे से निकाल लिया गया था। इसका कोई वीडियो भी नहीं बनाया गया है। पुणे पुलिस ने मेरा या मेरे पिता का बयान भी दर्ज नहीं कराया।
वहीं, दूसरी तरफ कविता के ससुर ने भी हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने पुलिस की कार्य संस्कृति को लेकर भी सवाल खड़े किए है। वहीं कविता के साथी जवान इस मौके पर भावुक नजर आ रहे थे। 94 लाख की फ्रॉड और गबन के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस की एक टीम पुणे गई थी। उसी दौरान पुणे के एक होटल में महिला सिपाही का लटका शव मिला था।