आरोप है कि 4.46 लाख यूपीआई से ट्रांसफर कराने और 44 हजार नकद लेने पर ही छोड़ा। मामला नगरा थाना क्षेत्र के भदावली गांव का है। लहार के वीरेन्द्र सिंह राजावत बेटे दुर्गेश की बारात लेकर 17 अप्रेल को भदावली गांव में राजू तोमर के यहां पहंचे थे। वरमाला के बाद रात 11.30 बजे विवाद हुआ।
जानिए पूरा मामला
लहार के पचपेड़ा तिराहा पर रहने वाले वीरेंद्र राजावत के बेटे अखिलेश राजावत की शादी मुरैना जिले के नगरा थाना अंतर्गत भदावली गांव के राजू तोमर की बेटी दीक्षा से तय हुई थी. तय तारीख 17 अप्रैल को बारात भदावली गांव पहुंची और बारात खुशी-खुशी गाजे-बाजे के साथ राजू तोमर के दरवाजे पर पहुंची। जैसे ही बारात दरवाजे पर पहुंची तो लड़की पक्ष ने दूल्हे पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. लड़की पक्ष ने शराबी दूल्हे से शादी करने से साफ इनकार कर दिया. और शादी में हुए खर्च की मांग करने लगे।
दूल्हे के पिता ने लगाया आरोप
दूल्हे के पिता वीरेंद्र राजावत का कहना है कि लड़की पक्ष की ओर से बारात के बैठने और खाने का इंतजाम ठीक से नहीं किया गया था। जब उन्हें इस बारे में बताया गया तो लड़की पक्ष के लोग नाराज हो गए और उन्हें बंधक बना लिया और शादी में चढ़ावे के लिए लाए गए छह लाख रुपये से अधिक के आभूषण और नकदी लूट ली। साथ ही लड़की पक्ष दूल्हे पर शराब पीने का झूठा आरोप लगा रहा हैं. दूल्हे के पिता वीरेंद्र राजावत का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, बल्कि पुलिस पहले ही लिखित आवेदन ले चुकी है।