यह कहना था दिव्यांग किसान कल्लू सिंह निवासी करारी गांव, मुरैना का। वह परिवार के एक लड़के के साथ बाइक से आया था, लेकिन उसको केन्द्र पर आते-आते आठ बज गए, तब तक टोकन बंट चुके थे। निराशा की ये कहानी अकेले कल्लू सिंह की नहीं बल्कि ऐसे दर्जनों किसानों की है, जो बिना टोकन लिए लौट गए हैं…
मोरेना•Nov 05, 2024 / 11:13 am•
Sanjana Kumar
दोनों पैरों से दिव्यांग किसान ने सुनाई पीड़ा….
Hindi News / Morena / बाबूजी! 20 किलोमीटर दूर से आया, फिर भी नहीं मिला टोकन, किसान बोला- कैसे हो पाएगी गेहूं की बोवनी