प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर के सिविल लाइन थाना पुलिस ने तीन दिन पहले शहर में घूम रही चोरी की 3 स्पोर्ट्स बाइक्स को उनके सवारों के साथ पकड़ा था। इनमें एक बाइक का नंबर MP-07-MS-1735, दूसरी बाइक का नंबर MP-07OW-0055 और तीसरी बाइक का नंबर-MP-07-MN-3055 है। तीनों बाइक्स पकड़ने के साथ ही पुलिस को पता चला कि, ये चोरी की हैं। इसपर पुलिस तीनों बाइक्स को चोरों के साथ थाने ले आई। बताया जा रहा है कि, तीनों चोर शहर के दत्तपुरा इलाके के रहने वाले थे।
रिश्तेदारी व रिश्वत दोनों ने किया काम
सूत्रों की माने तो जिन चोरों को पुलिस ने पकड़ा था उनका चाचा सिविल लाइन थाना पुलिस में कान्सटेबल के रुप में पदस्थ है। इसलिए जब चोरों को पुलिस पकड़कर लाई कान्सटेबल से सिफारिश की। इसपर बाइक छोड़ने के एवज में रिश्त के रूप में रकम लेकर बाइक्स तो जब्त कर ली गईं, लेकिन चोरों को छोड़ दिया गया। फिलहाल, मामला सामने आने के बाद अधिकारी स्पष्ट जवाब देने से बच रहे हैं।
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थाना प्रभारी ने दी सफाई
इस संबंध में सिविल लाइन थाना प्रभारी विनय यादव का कहना है कि, जिन चोरों से तीनों बाइक्स पकड़ी गई हैं, वो कहीं नहीं गए हैं। उनकी लोकेशन पुलिस के रिकॉर्ड में है। साथ हीं, उन तीनों का बेक रिकॉर्ड भी जांचा जा रहा है। अब तक प्राप्त जानकारी में सामने आया है कि, उन्होंने चोरों से संबंधित बाइक्स खरीदी हैं। हम उनके द्वारा चोरों के रैकेट का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कही ये बात
वहीं, इस मामले में मुरैना पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी का कहना है कि, जिन लोगों से बाइक्स बरामद की गई हैं। हम उनको वैरीफाई करा रहे हैं। जैसी जानकारी प्राप्त हुई है, उससे पता चला है कि, वो तीनों चोर नहीं है। उन्होंने बाइक्स चोरों से लालच में खरीदी थीं। फिलहाल, मामले की जांच करा रहे हैं।
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