कुछ माह पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करनेवाली मुरैना महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट फर्जी निकली है। इस पर कोर्ट ने शारदा सोलंकी पर एफआईआर दर्ज कराने को कहा है। महापौर चुनाव में प्रत्याशी रहीं मीना जाटव की याचिका पर कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है।
जानकारी के अनुसार महापाैर शारदा सोलंकी की 10वीं की अंकसूची फर्जी निकली है। जिला न्यायालय के जेएमएफसी कोर्ट ने उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने को केस दर्ज करने को कहा है। चुनाव में बीजेपी की प्रत्याशी रहीं मीना जाटव ने मेयर शारदा सोलंकी की अंकसूची और उनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए कोर्ट में याचिका लगाई थी।
कोर्ट में याचिकाकर्ता महापौर शारदा सोलंकी का जाति प्रमाण पत्र फर्जी साबित नहीं कर सकीं जिसके कारण इस केस को खारिज कर दिया गया लेकिन 10वीं की अंकसूची मामले में महापौर फंस गई हैं। इधर महापौर शारदा सोलंकी और उनके वकील ने ऐसे किसी भी फैसले की जानकारी नहीं होने की बात कही है।
शारदा सोलंकी के पति इलाके के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता थे। वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते थे। मेयर शारदा सोलंकी ने पिनाहट के सर्वाेदय विद्या मंदिर स्कूल से सन 1986 में 10वीं परीक्षा पास होना बताया था जबकि स्कूल प्रबंधन ने बताया कि स्कूल में 1986 में शारदा पुत्री वासुदेव का दाखिला ही नहीं हुआ। शारदा सोलंकी ने जो मार्कशीट प्रस्तुत की वह नरोत्तम पुत्र भानजीत नामक छात्र की है।
महापौर के नामांकन में शारदा सोलंकी ने यही मार्कशीट प्रस्तुत की है। अब कोर्ट ने सिविल लाइन थाने को शारदा सोलंकी के खिलाफ आइपीसी की धारा 420, 467, 468 के तहत केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।