मुरैना। शहर के एसएएफ ग्राउंड में रविवार को सुबह अचानक भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने पुलिस फोर्स को देखते ही पथराव शुरू कर दिया, जबाव में पहले से अलर्ट पुलिस जवानों ने पहले आंसू गैस के गोले दागे। लेकिन भीड़ फिर भी पीछे नहीं हटी तो हवाई फायर भी करने पड़े। जी हां; यह किसी घटनाक्रम का नजारा नहीं बल्कि रविवार सुबह दंगाईयों से निपटने के लिए हुई मॉकड्रिल का दृश्य था। एडिशनल एसपी डॉ. अरविंद ठाकुर के नेतृत्व में जिला मुख्यालय के सभी थाना प्रभारी सहित 100 से अधिक पुलिस बल ने एसएएफ ग्राउंड में बलवा परेड की। पुलिसकर्मियों ने पहले तो लाठीचार्ज में दक्षता का प्रदर्शन किया। इसके बाद दंगाईयों से निपटने के लिए चरणबद्ध तरीके से क्या-क्या कदम उठाने चाहिए, यह भी अधिकारी-जवानों ने करके दिखाया। वहीं यह भी बताया गया कि दंगाइयों द्वारा अचानक पथराव करने पर अपना किस तरह बचाव करना है और दंगाइयों को किस तरह नियंत्रण करना हैं। -हवा रुख देखे बिना दागे आंसू गैस के गोले, पुलिसकर्मी के निकले आंसू बलवा परेड के दौरान कुछ कमियां भी नजर आईं। जैसे भीड़ को खदेडऩे के लिए पुलिस जवानों ने हवा रुख देखे बिना ही आंसू गैस के गोले दाग दिए, जिससे हवा के साथ धुआं पुलिसकर्मियों की ओर ही आ गया, जिससे उनके आंसू निकलने लगे। -दंगे में घायल लोगों को पहुंचाया अस्पताल दंगाईयों से निपटने के लिए मॉकड्रिल में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने की रिहर्सल भी की गई। घायल व्यक्ति को किस तरीके से अस्पताल तक पहुंचाया जाए, इसका भी अभ्यास किया।