मामला छजलैट क्षेत्र का है। एसएसपी हेमराज मीणा ने बुधवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गोकशी की घटनाओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के समदपुर गांव के पास कांवड़ पथ पर 16 जनवरी को गोवंशीय पशु के अवशेष मिले थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद 28 जनवरी की रात चेतरामपुर गांव के जंगल में गोकशी की घटना हुई। इस घटना का लाइव वीडियो बनाकर शासन के अधिकारियों के साथ ही डीएम को ट्वीट करके कार्रवाई की मांग की गई। मामले की जानकारी के बाद एसएसपी ने एसपी देहात संदीप कुमार मीना, सीओ कांठ अंकित तिवारी और छजलैट थाना प्रभारी सतेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर घटना का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए।
पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में चेतरामपुर गांव निवासी शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के रसूलपुर छज्जूपुर गांव निवासी सुमित विश्नोई उर्फ मोनू बजरंग दल का जिला प्रमुख है। कुछ दिन पहले वह अपने साथी रमन चौधरी निवासी खानपुर मुजफ्फरपुर छजलैट, राजीव चौधरी निवासी चक पचोकरा छजलैट के साथ मिला था। आरोपियों ने कहा कि छजलैट थाना प्रभारी उनकी बात नहीं मानते हैं। लिहाजा उन्हें हटाने के लिए गोकशी की घटनाएं करनी होंगी।
आरोपियों ने बातचीत के बाद उसे दो हजार रुपये भी दिए। इसके बाद आरोपी शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम निवासी सिकरी छजलैट को वही रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंशीय पशु के अवशेष रखवा दिए थे। इस घटना के बाद ही बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने दोबारा से साजिश रची।
शहाबुद्दीन ने 28 जनवरी की रात दूसरे साथी जमशेद के साथ मिलकर चेतरामपुर गांव निवासी कमला देवी के घर के बाहर बंधी गाय को चोरी कर लिया। इसके बाद जंगल में जाकर दोनों ने उसे काट दिया। इस दौरान आरोपी सुमित उर्फ मोनू, राजीव चौधरी और रमन चौधरी ने घटना का रात में ही गाय काटते हुए वीडियो बनाया। इसके बाद उसे उच्च अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट करते हुए शिकायत की। आरोपियों ने केवल मुरादाबाद पुलिस को छोड़कर सभी अधिकारियों के एक्स अकाउंट में ट्वीट किया।
घटना के बाद संदेह होने पर पुलिस ने पूरे मामले की जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में शामिल दो आरोपी जमशेद और नईम अभी फरार हैं। इस मामले में दरोगा नरेंद्र को आरोपियों से साठगांठ के चलते निलंबित किया गया। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसएसपी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।