यूपी फिर शर्मसार: यमुना एक्सप्रेस-वे पर लिफ्ट देने के बहाने कक्षा 3 की छात्रा से हैवानियत बता दें कि रामपुर जिले में कोसी नदी पर प्रानपुर का पुल है। वर्तमान समय में भारी बरसात होने के कारण नदी का जलस्तर बढ़ा गया है, जिसमें 6 सितंबर को करीब 4 बजे ग्राम प्रानपुर, तहसील टांडा में मदरसे के कुछ छात्र नहाने के लिये गए थे, जिसमें से एक छात्र फैजान (15 वर्ष) पुत्र रियाजुद्दीन निवासी अजीमनगर तहसील सदर रामपुर कोसी नदी में नहाते वक्त डूब गया। ग्रामीणो ने बच्चे को बचाने की बहुत कोशिश की और तत्काल जिला प्रशासन को भी उक्त मामले से अवगत कराया गया। परन्तु समय रहते कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने 7 सितंबर को प्रानपुर पुल मार्ग को बंद कर जाम लगा दिया।
यादव सिंह और उसके परिवार पर आरोप तय, अब कुल 9 लोगों पर चलेगा केस इसके बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी स्वार व टांडा उपजिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर बच्चे को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन गोताखोरों के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण नदी की गहराई तक नहीं पहुंच पाए। पुलिस क्षेत्राधिकारी स्वार व टांडा उपजिलाधिकारी मौके पर कई घंटे तक रहे, लेकिन बच्चे को पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण ढूंढ नहीं पाए। इस दौरान गामीणो द्वारा लगातार यह मांग की जाती रही कि आक्सीजन वाले गोताखोरों को बुलाया जाए, नाव की व्यवस्था की जाए, रस्सा डालकर नदी की गहराई तक जाया जाए, लेकिन उपरोक्त संसाधनों की व्यवस्था नहीं की गई।
छेड़छाड़ का विरोध करने वाली छात्रा ने 17 दिन बाद तोड़ा दम, तनाव को देखते छावनी में तब्दील हुआ सरधना मुस्तफा हुसैन ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भारी बरसात को देखते हुए प्रत्येक जिले में बाढ़ बचाव के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, लेकिन रामपुर में आक्सीजन वाले गोताखोरों, नाव और रस्सा आदि की समय रहते व्यवस्था न हो पाना बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। तीन दिन पहले एक छात्र नदी में बह गया, लेकिन प्रशासन के पास बेहतर संसाधन न हो पाने की वजह से कोई कामयाबी अभी तक ज़िला प्रशसान को नहीं मिली है, जिस पर गंभीर पूर्व मंत्री के पुत्र ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।