दरअसल, जिले में एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का स्वागत किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ
भाजपा के संस्थापकों में गिने जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के आसपास कूड़ा करकट और गंदा पानी भरा हुआ है। जिस पर अभी तक भी किसी की नजर नहीं गई
बता दें कि राजधानी दिल्ली से 195 किलोमीटर दूर रामपुर जिले की शुरुआत जिलाधिकारी आवास से होती है। वहीं जिलाधिकारी आवास के बिल्कुल बराबर में ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा लगी हुई है। जिसके आसपास कूड़ा करकट ही नहीं बल्कि बरसात का गंदा पानी भरा रहता है। हर दिन जिलाधिकारी, नगरपालिका के अधिकारी यहां से गुजरते हैं, लेकिन आज तक भी किसी की नजर इस पर नहीं पड़ी।
अटल जी की अस्थियों का स्वागत करने आए योगी सरकार की कैबिनेट के पंचायत राज्यमंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि अस्थियां को रामपुर होते हुए मुरादाबाद की रामगंगा नदी में विसर्जित किया जाएगा। वहीं जब उनसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के आसपास गंदगी के बारे में पूछा गया तो मंत्री जी आग बबूला हो गए। उन्होंने अपने ड्राइवर को कहा आगे कि बढ़ो और वह सवाल का जवाब दिए बिना ही आगे बढ़ गए।
यह भी देखें : पुलिस की संवेदनहीनता आई सामने,लापता लोगो को प्रशासन बचाने में नाकामयाब वहीं इस पर सपा के दिग्गज नेता आजम खां ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहले उनके जीते जी भुनाना चाहती थी और अब वह इस दुनिया में नहीं है तो भी उनके नाम और उनके काम से 2019 के सपने को साकार करने में लगी है। लेकिन उनका यह सपना कभी साकार नहीं होगा।