दरअसल, अमरीका ने 2008 के मुंबई हमले ( Mumbai Terror Attack ) के मास्टर माइंड और अतंर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज सईद ( Hafiz Saeed ) को पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिंग ( Terror Funding ) के माममले में 11 साल जेल की सजा सुनाई है। इस फैसले को लेकर अमरीका ने पाकिस्तान की सराहना की है। भारत और अमरीका लगातार यह मांग कर रहे थे कि हाफिज सईद को जल्द से जल्द सजा दी जाए।
अमरीका ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आतंकी संगठन लश्कर ए-तैयबा ( Lashkar e-Taiba ) की जवाबदेही तय करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
बता दें कि पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने के दो मामलों में आतंकी हाफिज सईद को बुधवार को साढ़े पांच साल- साढ़े पांच साल जेल की सजा सनाई है। साथ ही दोनों मामलों में 15-15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।
FATF की बैठक से पहले हाफिज पर कार्रवाई
दक्षिण एशिया के शीर्ष राजनयिक एलिस वेल्स ने ट्वीट करते हुए कहा कि हाफिज सईद और उसके सहयोगियों को सजा होना उसके अपराधों के लिए आतंकी संगठन लश्कर के जवाबदेह और पाकिस्तान के लिए अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
2008 में मुंबई में हुए हमले आतंकी हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया गया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे।
आपको बता दें कि आतंकी संगठनों व आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर पाकिस्तान पर FATF की तलवार लटक रही है। लिहाजा अब FATF की बैठक होने वाली है, उससे पहले हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करके एक बड़ा कदम उठाया है।
अब भी FATF की शर्त पूरी नहीं कर पाया है पाकिस्तान, तीन दिवसीय बैठक में मांगेगा और मोहलत
पाकिस्तान की नीयत पर शक जताते हुए सरकारी सूत्रों ने कहा था कि फाइनेंसिएल एक्शन टास्क फोर्स ( FATF ) की बैठक की पूर्व संध्या पर निर्णय किया गया है। बता दें कि पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग के आवेदन पर हाफिज सईद के खिलाफ लाहौर और गुजरांवाला शहर में मामला दर्ज किया गया था ।
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