मसूद अजहर पर बैन के बाद पहली बार हुई सुरक्षा परिषद की पूर्ण समिति की बैठक में प्रतिबंध समिति के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के कदम को सुरक्षा परिषद के देशों ने खूब सराहा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने एक सुर में इस तरह की कोशिशों का स्वागत किया और कहा कि ऐसे आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। सुरक्षा परिषद ने इसे अपने लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानते हुए कहा कि इस तरह के काम परिषद की वैधता पर मुहर लगाते हैं।
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क्या कहना है सुरक्षा परिषद काअमरीका के स्थाई प्रतिनिधि जोनाथन कॉहेन ने परिषद की पूर्ण बैठक में बोलते हुए कहा कि अजहर को इस सूची में शामिल किया जाना आतंकवादियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यह कृत्य यह जाहिर करता है कि आतंकियों के कामों के लिए दुनिया उनको कभी भी जवाबदेह ठहरा सकती है। आपको बता दें कि प्रतिबंध 1267 समिति द्वारा मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के लिए अमरीका ने सबसे अधिक कोशिशें की थी। रूस के स्थाई उप प्रतिनिधि गेनाडी कुजमिन ने कहा कि 1267 समिति ने आतंकवाद के खिलाफ खुद को सुरक्षा परिषद के सबसे प्रभावी उपायों में से एक साबित किया है। वहीं जर्मनी के स्थाई प्रतिनिधि क्रिस्टोफ ह्यूसगेन ने बोलते हुए कहा कि मसूद अजहर को प्रतिबंध सूची में शामिल कराना एक बड़ी सफलता है।
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