वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। यूएनएससी की अध्यक्ष जोआना रोनक्का ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 में किए गए बदलाव पर अपनी प्रतिक्रिया देने से साफ इनकार कर दिया है। इस मामले में पाकिस्तान ने यूएनएससी को खत लिखकर दखल देने की मांग की थी। गौरतलब है कि इमरान खान ने बीते दिनों विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक करके यह तय किया था कि वह भारत के खिलाफ यूएन में अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। मगर पाकिस्तान की यह उम्मीद भी टूट गई है।
पाकिस्तान ने धारा 370 को सांप्रदायिकता से जोड़ा, कहा- हम मुसलमान हैं, डर शब्द हमारी डिक्शनरी में नहीं कई देशों ने भारत का अंदुरूनी मामला बताया बौखलाई इमरान खान सरकार को किसी भी देश का समर्थन नहीं मिल रहा है। पड़ोसी देशों में मलेशिया और श्रीलंका ने इसे भारत का अंदुरूनी मामला बताया है। वहीं अमरीका ने भी एक तरह से अनुच्छेद 370 हटाने के भारत सरकार के फैसले का समर्थन किया है। उसने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि वो अपने देश में आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।
पीओके में उठी आजादी की आवाज, इमरान खान सरकार के माथे पर पड़े बलबदले की कोई भी कार्रवाई करने से बचने की सलाह अमरीका के दो प्रभावशाली डेमोक्रेटिक सांसदों ने पाकिस्तान से भारत के खिलाफ बदले की कोई भी कार्रवाई करने से बचने की सलाह दी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के भारत के कदम को एकतरफा और गैरकानूनी बताया है। बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को देश छोड़ने का निर्देश दिया और नई दिल्ली के साथ राजयनिक संबंधों को कम कर दिया था। सांसदों का कहना है कि पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ कराने में मदद समेत किसी भी तरह की बदले की कार्रवाई से बचना चाहिए और पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।