संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बैचेलेट ने हिंसक अतिवाद से निपटने के लिए चीन को संयुक्त राष्ट्र की सहायता देने का प्रस्ताव किया। इस बात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, “हम चाहते हैं कि चीन इस मामले को दबाने की बजाय इस पर गंभीर बातचीत करे। हम चीन को इस गंभीर प्रयास में शामिल करना चाहते हैं।” बता दें कि चीन में उइगर शिनजियांग प्रांत में एक मुस्लिमबहुल इलाका है। यह चीन के पश्चिमी हिस्से में स्थित है और आधिकारिक तौर पर एक स्वायत्त क्षेत्र के रूप में नामित है।
इस बात का दावा किया जा रहा है कि चीन में एक लाख से अधिक उइगरों को आंतरिक शिविरों में हिरासत में लिया गया है। जहां उन्हें बेहद कड़ी निगरानी में रखा गया है। शिविरों में उन्हें शिक्षा या प्रवचन से गुजरना पड़ता है।दूसरी तरफ, चीनी सरकार ने इस क्षेत्र में किसी भी मानवाधिकार उल्लंघन से इंकार कर दिया है। हाल ही में एक प्रेस ब्रीफिंग में शिनजियांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र के अध्यक्ष शोहरत जाकिर ने दावा किया कि इस क्षेत्र में चीनी सरकार की नीतियों ने धार्मिक उग्रवाद की रोकथाम की है, जिससे शांति आ गई है और शिनजियांग में आर्थिक विकास हुआ है।उन्होंने आगे कहा कि शिनजियांग में चीनी सरकार की “व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रम” वैश्विक काउंटर-आतंकवाद रणनीति पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के संकल्प के जवाब में बनाया गया है, और मानव अधिकारों के संरक्षण के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को जोड़ दिया है।