अफगानिस्तान में बनने वाली नई सरकार का प्रारूप ईरान से प्रेरित हैं। वहां की तरह ही यहां भी 60 वर्षीय तालिबानी नेता मुल्ला अखुंदजादा सुप्रीम लीडर होंगे। वह सबसे बड़े राजनीतिक तथा धार्मिक अधिकारी होंगे। उनका पद राष्ट्रपति से ऊपर होगा एवं वह सेना, सरकार और न्याय व्यवस्था के प्रमुखों की नियुक्ति कर सकेंगे। देश के सभी राजनीतिक, धार्मिक तथा सैन्य मामलों में अखुंदजादा का निर्णय सर्वोच्च और आखिरी होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तालिबान का टॉप नेता मुल्ला बरादर अफगानिस्तान में बनने वाली नई सरकार का मुखिया होगा। इसके साथ ही तालिबान की स्थापना करने वाले मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई को भी सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी।
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तालिबान के एक नेता समांगनी ने कहा कि राष्ट्रपति पद भी अखुंदजादा के अधीन होगा। नई सरकार में गवर्नर प्रांतों के सर्वोच्च नेता होंगे जबकि जिला गवर्नर अपने जिले की व्यवस्था की देखरेख करेंगे। प्रांतों तथा जिलों के पहले ही गवर्नरों, पुलिस प्रमुखों तथा पुलिस कमांडरों की नियुक्ति की जा चुकी है। तालिबान के राजनीतिक कार्यालय में उप नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने कहा है कि सरकार में अफगानिस्तान के सभी कबीलों के सदस्यों और महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा।Taliban News: बगराम एयरबेस को कब्जे में लेने की कोशिश कर रहा है चीन, भारत की बढ़ सकती है मुश्किलें
कंधार से चलेगी सरकारमोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने कहा है कि मुल्ला अखुंदजादा कंधार से सरकार का कामकाज संभालेंगे। उन्होंने कहा कि हम अमरीका, यूरोपीय संघ तथा भारत के दोस्ताना संबंध चाहते हैं और इसके लिए प्रयास करेंगे। अब्बास ने यह भी कहा कि जो भी पिछले 20 वर्षों के दौरान अफगानिस्तान में बनने वाली सरकार में शामिल थे, उन्हें नई सरकार में शामिल नहीं किया जाएगा।