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रेडिएशन डीएनए को डैमेज करता है
यह दावा मोबाइल फोन और इंसान की सेहत से जुड़ी 46 तरह की रिसर्च के विश्लेषण के बाद किया गया है। रिसर्च करने वाली कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि मोबाइल सिग्नल से निकलने वाले हनिकारक रेडिएशन शरीर में स्ट्रेस प्रोटीन को बढ़ाते हैं। ये डीएनए को डैमेज करते हैं। हालांकि अमरीकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन इस बात से इनकार करते हैं कि मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी से स्वास्थ्य को खतरा है।
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मोबाइल फोन यूजर्स में इजाफा
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि अमरीका, स्वीडन, ब्रिटेन, जापान, साउथ कोरिया और न्यूजीलैंड में हुए शोध के बाद दावा किया गया है कि दुनियाभर में मोबाइल फोन यूजर्स में इजाफा हुआ है। 2011 तक 87 फीसदी घरों में एक मोबाइल फोन होता था। मगर 2020 में यह आंकड़ा 95 फीसदी तक पहुंच गया है। शोधकर्ता जोएल मॉस्कोविट्ज के अनुसार लोगों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल को कम करना चाहिए। इसे अपने शरीर से काफी दूर रखना चाहिए। वहीं जितना हो सके लैंडलाइन का उपयोग करना जरूरी है।