कोरोना की तीसरी लहर! कर्नाटक में दो महीने में 39,000 से अधिक बच्चे मिले कोरोना संक्रमित
भारतीय स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया
आईएमएफ के अर्थशास्त्री रुचिर अग्रवाल और मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ की ओर से लिखी गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की जो स्पीड़ चल रही है, उसके हिसाब से 2021 की समाप्ति तक 35 प्रतिशत से कम लोगों को टीका लगने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील के बाद भारत ही ऐसा देश है, जहां कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा नुकसान कर रही है। यह इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में विकासशील देश और भी बुरे दौर से गुजर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का स्वास्थ्य ढांचा कोरोना की पहली लहर से निपटने में काफी हद तक कामयाब रहा, लेकिन इस बार स्थिति कुछ और है। कोरोना की इस लहर से भारतीय स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया, जिसकी वजह से लोगों को ऑक्सीजन, हॉस्पिटल में बेड्स और वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं की किल्लत झेलनी पड़ी। इस बार अधिकांश लोग सिस्टम की कमी का शिकार हुए हैं।
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बीते 24 घंटे में कोरोना के 2,57,299 नए मामले
आईएमएफ के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थित निम्र व मध्य आय वाले देशों के लिए आने वाले संकट की चेतावनी है। भारत में कोरोना के दैनिक मामलों में कमी दर्ज की गई है। यहां शनिवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 2,57,299 नए मामले सामने आए। 21 अप्रैल के बाद यह सबसे कम दैनिक मामले हैं। वहीं पिछले 24 घंटों में महामारी के कारण 4,194 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी। भारत में कोविड -19 मामलों की कुल संख्या अब 29,23,400 सक्रिय मामलों और 2,95,525 मौतों के साथ 2,62,89,290 है।