गुरुवार देर रात तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ आए तूफान से जिम्बाब्वे और मलावी में भी भारी तबाही हुई। लेकिन यह आपदा मोजाम्बिक में केंद्रित रही। आपको बता दें कि अफ्रीकी देश मोजाम्बिक खराब संचार व्यवस्था, परिवहन नेटवर्क और भ्रष्ट तथाअक्षम नौकरशाही की समस्या से जूझ रहा है। राज्य के रेडियो मोजाम्बिक पर बोलते हुए न्यासी ने कहा, “पहले दिन हमे लगा था कि आधिकारिक मृत्यु संख्या 84 है लकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि हम 1,000 से अधिक मौतें दर्ज कर सकते हैं।” उधर आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जिम्बाब्वे के पूर्वी चिमनानी क्षेत्र में 80 से अधिक और मलावी में 50 से अधिक लोग मारे गए हैं। कई सौ अधिक लोग घायल और लापता बताए गए हैं। अकेले पूर्वी जिम्बाब्वे में लगभग 1,000 घर नष्ट हो गए।
रहस्य बनी परवेज मुशर्रफ की बीमारी, दुबई के अस्पताल में भर्ती
सामने आई बर्बादी की तस्वीररेड क्रॉस का कहना है कि मोजाम्बिक के केंद्रीय बंदरगाह शहर का 90 प्रतिशत उष्णकटिबंधीय चक्रवात इडाई द्वारा क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गया है। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि नदियों में भीषण बाढ़ आ गई है, जिससे दक्षिणी मलावी में लगभग 11,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। UN एजेंसियों और रेड क्रॉस ने पीड़ित देशों में आपातकालीन खाद्य और औषधि की मदद पहुंचाने की कोशिश की है। उधर यूनाइटेड नेशन के मानवीय कार्यालय ने कहा है कि सरकार ने बाढ़ की नई चेतावनी जारी की है। कहा जा रहा है कि अगले 24 घंटों के में देश में भारी बारिश का अनुमान है। आपको बता दें कि सन 2000 में भी मोजाम्बिक भारी बारिश और भयंकर बाढ़ की चपेट में आ गया था।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर.