गुयाना की संसद को करेंगे संबोधित
पीएम मोदी 185 वर्ष से भी अधिक समय पहले यहां आए प्रवासी भारतीयों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, करीब साढ़े आठ लाख की आबादी वाले गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं।
सांस्कृतिक संबंधों के साथ एनर्जी सिक्योरिटी पर होगी बात
अपनी यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति अली से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने पर विचार विमर्श करेंगे। दोनों में एनर्जी सिक्योरिटी पर भी बात हो सकती है। तेल और गैस संसाधनों की खोज के बाद तेजी से विकसित होने वाले देश गुयाना के साथ जुडक़र भारत की कोशिश एनर्जी सिक्योरिटी को बढ़ावा देने के साथ ग्लोबल साउथ के देशों और कैरिबियन क्षेत्र के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करने की है। माना जा रहा है कि गुयाना आने वाले समय में दुनिया के दस सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में शामिल हो सकता है। यहां आठ अरब बैरल कच्चे तेल का भंडार है।
गुयाना-बारबाडोस पीएम मोदी को करेंगे सम्मानित
गुयाना और बारबाडोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान करेंगे। गुयाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, ’द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करेगा। बारबाडोस भी मोदी को प्रतिष्ठित मानद ऑर्डर ऑफ फ्रीडम से सम्मानित करेगा।
कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में 21 देश करेंगे शिरकत
बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली ने कहा कि ’कैरिकॉम (कैरेबियाई समुदाय) में हममें से अधिकांश लोगों के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मिलना और सरकार प्रमुख स्तर पर दूसरे कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेना एक ऐतिहासिक क्षण है। हम इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी करके गौरवान्वित हैं। गौरतलब है कि कैरिबियन समुदाय 21 देशों का एक समूह है, जिसमें 15 सदस्य देश और छह सहयोगी सदस्य शामिल हैं। यहां अफ्रीकी, भारतीय, यूरोपीय, चीनी, पुर्तगाली और जावानीस सहित विविध जातीय समूहों के 1 करोड़ 60 लाख लोग रहते हैं।