AIIMs के डॉक्टरों ने बताया- डायबिटीज और स्टेरॉयड नहीं, इन कारणों से फैल रहा है ब्लैक फंगस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ल्यूक ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान ये बड़े खुलासे किए। उन्होंने दावा किया है कि यह वैक्सीनेशन ही है, जिसकी वजह से नए-नए वैरिएंट पैदा हो रहे हैं। दरअसल, प्रोफेसर ल्यूप का इंटरव्यू पियरे बर्नेरियास द्वारा होल्ड-अप मीडिया पर लिया गया था। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। वीडियो में ही प्रोफेसर एक सवाल के जवाब में इस दावे को करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में प्रोफेसर ने इसको एक ऐसी वैज्ञानिक मेडिकल गलती बताया है, जिसको स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह कह रहे हैं कि वैरिएंट कुछ और नहीं, बल्कि टीकाकरण का ही परिणाम है।
कोरोना महामारी के बीच CM केजरीवाल का बड़ा ऐलान, 50 हजार की मदद, 2500 पेंशन और न जानें क्या-क्या?
वीडियो में प्रोफेसर कह रहे हैं कि हर देश में वैक्सीनेशन का ग्राफ कोरोना से होने वाली मौतों के ग्राफ के साथ-साथ चल रहा है। जिसका मैं करीबी से अनुसरण कर रहा हूं। आपको बता दें कि इससे पहले प्रोफेसर ल्यूक तब चर्चा में आ गए थे, जब उन्होंने पिछले साल कोरोना वायरस को एक लैब में पैदा होने का दावा किया था। हालांकि उस समय उनके इस बयान को लेकर एक नई बहस छिड़ गई थी।