फिलहाल आग पर काबू पाने के लिए बड़ी संख्या में मौके पर दमकलकर्मी पहुंच गए हैं। घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। फ्रांस सरकार ( Government Of France ) ने गॉथिक शैली में 15वीं सदी में बने इस कैथेड्रल चर्च में लगी भीषण आग की जांच का आदेश दिया है।
मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने कहा है कि आग लगने से कैथेड्रल की छत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और हालात नियंत्रण में हैं। 15वीं सदी में निर्मित इस कैथेड्रल में इससे पहले 1972 में भीषण आग लगी थी। दमकलकर्मियों ने बीते साल अप्रैल में राजधानी पेरिस स्थित नोट्रे-डेम कैथेड्रल में लगी आग ( Fire in Notre-Dame Cathedral ) से तुलना करने से इनकार किया है। बता दें कि नोत्र डेम में लगी आग ने कैथेड्रल को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया था।
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ( President Emmanuel Macron ) ने ट्वीट करते हुए कहा है कि नोट्रे-डेम के बाद नांत स्थित सेंट पीटर सेंट पॉल कैथेड्रल में आग लगी। हम गॉथिक शैली में निर्मित इस विरासत को बचाने में जुटे दमकलकर्मियों के साथ हैं।
1972 में लगी थी भीषण आग
आपको बता दें कि 15वीं सदी में निर्मित इस कैथेड्रल में इससे पहले 1972 में भीषण आग लगी थी। नांत की मेयर जोहाना रोलां ने कहा कि यह हमारे इतिहास और विरासत का हिस्सा है। हमारे दिमाग में वह तस्वीर और कहानी है, जो 1972 में घटित हुई थी, लेकिन अभी के हालात वैसे नहीं हैं।
फ्रांस: भीषण अग्निकांड के बाद नोट्रे डेम को 6 वर्षों के लिए किया गया बंद
बताया जा रहा है कि कैथेड्रल में लगी आग से उत्पन्न स्थिति का मुआयना करने के लिए फ्रांस की प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते और गृहमंत्री गेराल्ड दारमनी सहित अन्य अधिकारी नांत पहुंचेंगे।
बता दें कि बीते साल अप्रैल में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध फ्रांस के चर्च नोट्रे-डेम में भीषण आग लग गई थी, जिसके कारण पूरा चर्च तबाह हो गया था। यह चर्च 850 वर्ष पुराना था। गिरजाघर नोट्रे डेम में भीषण आग लगने की घटना के बाद से अगले 6 वर्षों के लिए बंद कर दिया गया है।