ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री हैनकॉक के मुताबिक, यहां से भारतीय वैरिएंट के सौ से अधिक मामलों का पता लगने के बाद यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हमने भारत को रेड लिस्ट में शामिल करने के लिए कठिन लेकिन
महत्वपूर्ण फैसला किया है। इसका मतलब यह नहीं कि कोई भी जो बीते दस दिनों से भारत में रह रहा है वह अगर ब्रिटेन या आयरिश नागरिक नहीं है, तो वह ब्रिटेन नहीं आ सकता है।
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ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के दौरान यात्रा के संबंध में जारी रेड लिस्ट में भारत को शामिल करने पर कई भारतीय छात्रों और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के बीच असमंजस और तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। हालाता को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अगले हफ्ते होने वाली अपनी भारत की यात्रा भी रद्द कर दी है। वहीं, ब्रिटेन में भारतीय छात्रों के प्रतिनिधि समूह एनआईएएयू-यूके की अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने कहा कि नियमों और उनके अर्थ को लेकर भारतीयों में असमंजस की स्थिति है। छात्रों को अंतिम सेमेस्टर और मई में शुरू होने जा रहे नए सत्र के लिए आना था। हमने गृह मंत्रालय को इन चिंताओं और सवालों को लेकर स्थिति स्पष्ट करने के लिए भी पत्र लिखा है।
बता दें कि गत बुधवार को भारत में बीते 24 घंटे में तीन लाख 15 हजार 478 नए मामले सामने आए। कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में संक्रमितों का यह आंकड़ा पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। इससे पहले दुनिया में एक दिन में सबसे अधिक संक्रमित मरीज मिलने का रिकॉर्ड अमरीका के पास था। अमरीका में गत 8 जनवरी को तीन लाख 7 हजार 570 संक्रमित मरीज मिले थे। भारत ने अब इस संख्या को पीछे छोड़ दिया है।
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बता दें कि इससे पहले न्यूजीलैंड और ब्रिटेन ने भारतीय नागरिकों के अपने यहां प्रवेश पर रोक लगा दी है। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना बढ़ रहे कोरोना के मामलों के कारण ब्रिटेन ने भारत को यात्रा की श्रेणी में रेड लिस्ट में डाल दिया गया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, कोरोना के कथित भारतीय स्वरूप के 103 केस मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है। हालांकि, भारत से उन लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी, जिनके पास ब्रिटेन या फिर आयरिश की नागरिकता है। इससे पहले पाकिस्तान ने भी कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि की वजह से भारत से यात्रियों के आने पर दो सप्ताह के लिए रोक लगाने का सोमवार को फैसला किया था।