अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचा तालिबान, किसी भी वक्त तख्ता पलट
काबुल पर तालिबान का कब्जाइन घटनाक्रमों के बीच अब अफगानिस्तान में तालिबान का राज ( Taliban Raj ) कायम हो गया है। राजधानी काबुल तक पहुंचने के बाद अब एयपोर्ट पर भी उनका कब्जा हो गया है। कट्टर इस्लामिक संगठन के हाथ में सत्ता आने का औपचारिक ऐलान ही बाकी बचा हुआ है। ताजा अपडेट के मुताबिक राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने पद से इस्तीफा देकर अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं। बताया जा रहा है कि अली अहमद जलाली को अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति बनाया जा सकता है।
अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया है कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के हस्तांतरण की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास पहुंच गए हैं। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है। तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है।
इससे पहले तालिबान ने काबुल के द्वार पर हमला करते हुए अफगानिस्तान सरकार के सत्ता बंटवारे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। तालिबान ने अफगान सरकार को आश्वासन दिया था कि वे राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी और उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह सहित नेताओं को देश से बाहर जाने के लिए एक सुरक्षित मार्ग प्रदान करेंगे। विद्रोही समूह ने भरोसा दिया है कि वे राजधानी काबुल में हिंसा का सहारा नहीं लेंगे। इससे पहले उन्होंने एक बयान में कहा था कि वे बलपूर्वक काबुल में प्रवेश नहीं करेंगे।
दूसरी तरफ अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने रविवार को कहा था कि तालिबान द्वारा अपने लड़ाकों को काबुल में प्रवेश करने से रोकने के आदेश के बाद एक संक्रमणकालीन सरकार को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा। अफगान के लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए। काबुल पर कोई हमला नहीं होगा। शहर में और संक्रमणकालीन सरकार को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा।