भारत मौसम विज्ञान (IMD) ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिल्ली-एनसीआर के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, मध्य महाराष्ट्र समेत तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तटीय और दक्षिणी कर्नाटक के कुछ भागों में भी भारी से भारी बारिश का अनुमान है। ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ का मतलब 24 घंटे में 64.5 मिमी से लेकर 204.4 मिमी तक बारिश होना है।
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IMD के मुताबिक, भारी बारिश से पहले धूल भरी आंधी चलने की संभावना है, वहीं बारिश के दौरान बिजली कड़क सकती है। हवा की गति 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है।
देरी से दिल्ली पहुंच रहा है मानसून
IMD के अनुसार, राष्ट्री राजधानी दिल्ली में मानसून समय से देरी से पहुंच रही है। पिछले 15 वर्षों में ऐसा पहली बार है जब दिल्ली में मॉनसून इतनी देरी से पहुंचेगा। सामान्य तौर पर दिल्ली में 27 जून के करीब मानसून के पहुंचने का समय माना जाता है।
मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। जमीनी स्तर पर नमी बढ़ गई है। ऐसे में जल्दी से दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में मानसून के पहुंचने की संभावना है।
कब-कब दिल्ली में देरी से पहुंचा मानसून?
ऐसा पहली बार नहीं है जब मानसून दिल्ली में देरी से पहुंचा हो। इससे पहले 2012 में सात जुलाई को मानसून दिल्ली में पहुंचा था। इसके अलावा 2006 में 9 जुलाई को मानसून ने दिल्ली में दस्तक दी थी। IMD ने अनुमान लगाया था कि इस साल 10 जुलाई के करीब मानसून दिल्ली में दस्तक देगा।
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हालांकि इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि मानसून अपने तय समय से 12 दिन पहले ही 15 जून को दिल्ली में दस्तक दे देगा। पर ऐसा नहीं हुआ। एक जून को मानसूनी सीजन शुरू होने के बाद से अब तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 44.1 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य यानी 104.2 मिमी से 58 फीसदी कम है।