मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिहाड़ी पेंटर पवन कुमार कोरोनोवायरस के प्रकोप से निपटने के लिए चल रहे 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
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सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने पंचकुला में अपने घर के बाहर मदद की मांग करते हुए पोस्टर लगाया है।
उन्होंने मीडिया को बताया कि उनके पास अपने परिवार का पेट पालने के लिए पैसे नहीं हैं। पहले वह पेंटिंग करके कुछ कमाई कर लेते थे।
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने उन्हें एक बैग गेहूं का आटा दिया है और उनके पास चावल या दाल जैसी कोई अन्य खाने की चीज नहीं है।
आपको बता दें कि भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र सरकार ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू कर दिया है।
इसके साथ ही सरकार ने लोगों से अपने—अपने घरों में रहने की अपील की है। ऐसा करके सरकार किसी तरह से कोरोना संक्रमण को तीसरी स्टेज में आने से रोकना चाहती है।
लेकिन वहीं लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। खासकर दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह बड़े संकट का समय है।
एक और जानलेवा बीमारी और दूसरी ओर काम न मिल पाने की वजह से घर में चूल्हा ठंडा पड़ा है। ऐसे में कुछ लोग सरकार से मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं।
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