Indian Army Day 2020: 72वां सेना दिवस आज, जानें 15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है आर्मी डे
मीडिया रिपोर्ट की माने तो आतंकी नवीद का भाई चंडीगढ़ में रहता है और वहां पढ़ाई कर रहा है। उसके माता-पिता भी वहीं रहते हैं। नवीद ने अपने माता-पिता से मिलने की इच्छा जाहिर की है। उसने पूछताछ में बताया कि वह पीछले साल जम्मू में अपने मां-बाप से मिला था। उस समय डीएसपी देवेंद्र सिंह ने ही उसकी मदद की थी।
जानकारी के मुताबिक, पूछताछ में नदीक ने आतंकियों के फंडिंग से जुड़े कई अहम खुलासे किए हैं। उसने बताया कि फंडिंग के लिए कश्मीर में स्थानीय स्तर पर पैसे इकट्ठा किए जाते हैं। वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि नजीर ने पूछताछ में हथियार सप्लायर और कोरियर के बारे में भी बताया।
कई राज्य थे निशाने पर
जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है कि देवेंद्र सिंह आतंकियों के साथ मिल कर दिल्ली समेत जम्मू, पंजाब और चंडीगढ़ को निशाना बनाने वाला था। इस पूरी वारदात को अंजाम देन के लिए कई और आतंकियों को भी इस साजिश में शामिल किया जाना था। लेकिन उससे पहले ही सभी की गिरफ्तारी हो गई।
क्या है मामला
रविवार को जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) के कुलगाम में चेकिंग के दौरान एक गाड़ी से हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को गिरफ़्तार किया गया था। जिस वक्त ये गिरफ्तारी हुई उस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक डीएसपी देवेंद्र सिंह भी वहां मौजूद था। देवेंद्र सिंह ने अपने घर में आतंकियों को पनाह दी थी। जानकारी के मुताबिक देवेंद्र सिंह के घर में छापेमारी के दौरान एक एके राइफल और दो पिस्टल की बरामदगी की गई है।