वहीं, लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने ही हद दर्जे की लापरवाही दिखाते हुए कई लोगों को कोरोना ( Coronavirus in india ) जैसी घातक बीमारी बांट दी।
दरअसल, स्पेन से लौटे कोरोना पॉजिटिव ( Corona positive ) एक डॉक्टर ने बिना अपनी जांच कराए ही हॉस्पिटल की OPD में मरीजों को देखना शुरू कर दिया।
यही नहीं इस डॉक्टर अपने सहयोगी स्टॉफ और दोस्तों से भी मिला।
कोरोना वायरस: शुरुआती 5 दिनों में अगर दिखाई दें ये लक्षण तो जरूर करवाएं जांच
अब चूंकि डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव था और कुछ दिन बाद उसमें संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए तो उसकी जांच कराई गई।
लेकिन जब डॉक्टर की जांच रिपोर्ट सामने आई तो पूरे हॉस्पिटल स्टॉफ के होश उड़ गए। दरअसल, रिपोर्ट में डॉक्टर का कोरोना संक्रमित होना पाया गया।
यह डॉक्टर की लापरवाही का नतीजा है कि अब न कि पूरा हॉस्पिटल स्टॉफ, बल्कि कुछ मरीज भी कोरोना के संदिग्ध माने जा रहे हैं।
कोराना वायरस: ताजमहल के दीदार पर ग्रहण, दो बार पहले क्यों बंद की गई थी यह ऐतिहासिक धरोहर
इस बीच कोच्ची में तैनात डॉक्टर दीपक दामोदरन ने बताया कि हमारे जारी की गई जांच की गाइडलाइंस सही नहीं है।
डॉक्टर के अनुसार जब तक किसी शख्स में सर्दी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षणों के आधार पर जांच नहीं की जाती तो कैसे पता चलेगा कि मरीज में कोरोना वायरस है भी क्या नहीं?
डॉक्टर ने कहा कि अगर कोरोना पॉजिटिव की जांच समय रहते हो गई होती तो यह नौबत न आती।
अब चूंकि वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, लिहाजा उसके दोस्तों और मेडिकल स्टॉफ के साथ कुछ मरीजों में भी वायरस के फैलने की खतरा है।
कोरोना: इटली से निकाले गए 2 भारतीयों में संक्रमण की पुष्टि, सफदरजंग अस्पताल में भर्ती
कोरोना वायरस: शादी में शामिल हो मुश्किल में फंसे येदियुरप्पा, गवर्नर के पास पहुंची शिकायत
जानकारी के अनुसार 2 से 5 मार्च के बीच जब डॉक्टर स्पेन से लौटे तो उनमें कोरोना के हल्के लक्षण थे। लेकिन 8 मार्च आते-आते उनको परेशानी महसूस होने लगी।
डॉक्टर को शक हुआ तो उन्होंने 9 मार्च को सरकार के साथ अपने ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी साझा की। जिसके बाद उनको तुरंत होम क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गई।