नई दिल्ली। आजकल डिजिटल क्राइम धड़ल्ले से हो रहा है। कई सारे एप से पैसे के लेनेदेन को लेकर धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। कोराना वायरस महामारी के दौरान डिजिटल पेमेंट का चलन काफी चला है। इसका फायदा उठाकर अपराधी धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं।
एक ऐसा ही मामला गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र का है। यहां पर दुकानदार से सामान लेने के बाद कस्टमर ने ई-वॉलेट से पेमेंट करने का दावा किया। शक करने का कोई कारण नहीं था क्योंकि दुकानदार के पास टेक्स्ट मैसेज भी पहुंच गया। मगर दुकारदार ने सतर्कता बरती और उसने ई-वॉलेट को चेक कर लिया। मगर, ये क्या यहां पैसे नहीं पहुंचे थे।
अपने साथ हो रही धोखाधड़ी से दुकानदार अलर्ट हो गया और शोर मचाने लगा। आसपास के लोगों ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। उसकी जमकर पिटाई कर डाली। आरोपियों की शिनाख्त करावल नगर के मुकुंद विहार के आशीष जैन और गाजियाबाद लोनी के सिद्धार्थ विहार के रूपेश के नाम से हुई। सोनिया विहार थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
6633 रुपये का सामान खरीदा पीड़ित दुकानदार योगेश गोयल का कहना है कि वे परिवार के साथ सोनिया विहार में रहते हैं। वह इलाके में एक बड़ी परचून दुकान चलाते हैं। वे बीते मंगलवार दोपहर अपनी दुकान पर थे। तभी दो युवक खरीदारी के लिए वहां पर पहुंच गए। उन्होंने 6633 रुपये का सामान खरीदा। इसके बाद वे डिजिटल पेमेंट की बात करने लगे। एक युवक ने दुकानदार से कहा कि वे 2163 रुपये ऑनलाइन पेमेंट करेंगे। वहीं बाकी का कैश देेंगे। आरोपी ने ई-वॉलेट से भुगतान किया था तो पीड़ित के नंबर पर 2163 रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया।
दुकानदार के साथ पहले ऐसी घटना हो चुकी थी। इसलिए उसने मैसेज की वास्तविकता को जांचने की जरूरत समझी। मामला संदिग्ध लगने के बाद उन्होंने ई-वॉलेट का बैलेंस चेक किया। पेमेंट होने का स्क्रीनशॉट भी दिखाने लगा
वे ये देखकर चौंक गए कि मैसेज में ट्रांसफर बताई जा रही रकम नहीं पहुंची थी। उन्होंने लड़के को यह बात बताई तो वह पेमेंट होने का स्क्रीनशॉट भी दिखाने लगा। इस दौरान उन्हें याद आया कि इसी तरह का मामला 27 सितंबर को उनके साथ पहले भी हुआ था। उस दौरान भी दो युवकों ने 8790 रुपये की पेमेंट की थी और इसी तरह के नंबर से मैसेज किया था। वही शख्स होने को लेकर उन्होंने शोर मचा दिया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ठग इससे पहले कई दुकानदारों को ऐसे ही बड़ा चूना लगा चुके हैं।
पुलिस इस दोनों से पुरानी वारदातों के बारे में पूछ रही है। इस तरह से दोनों ठगों ने कई दुकानदारों को लूटा है। पेमेंट का मैसेज दिखाकर वे अक्सर दुकानदारों को आश्वस्त कर दिया करते थे। मगर ये पैसे उनके वॉलेट में नहीं पहुंचते थे।