इस बीच कोरोना वैक्सीन बनाने वाली भारतीय साझेदार कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ( Serum Institute of India ) के मालिक ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल पूनावाला अपने पारसी समुदाय के लिए 60 हजार वैक्सीन सुरक्षित रखने की बात कही है।
कोरोना संकट के बीच दिग्गज नेता में हुई संक्रमण की पुष्टि, हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में किया भर्ती सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने ये फैसला लिया है कि कोरोना वैक्सीन तैयार होने पर इसके 60 हजार डोज पारसी समुदाय ( Parsi Community ) के लिए आरक्षित रखे जाएंगे। एक निजी चैनल से बातचीत में बॉम्बे पारसी पंचायत के चेयरमैन दिनशॉ मेहता और अदार पूनावाला ( Adar Poonawalla ) ने इस बात की पुष्टि की कि अगर सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना का वैक्सीन बनाने में सफल होती है तो इसके 60 हजार डोज पारसी समुदाय के लिए सुरक्षित रखे जाएंगे।
आपको बता दें कि देशभर में पारसी समुदाय की संख्या 60 हजार के करीब ही है। दरअसल ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के साथ भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया साझेदारी के साथ कोरोना वैक्सीन तैयार कर रही है। अदार पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ हैं।
पूनावाला के मुताबिक सीरम इंस्टिट्यूट बड़े पैमाने पर इस वैक्सीन का प्रोडक्शन करने जा रही है। ऐसे में वैक्सीन के तैयार होने पर इसकी 60 हजार शीशियों को पारसी समुदाय के लिए रिजर्व रखा जाएगा।
सीरम ने अपने कोरोना वैक्सीन के लिए हाल में डीजीसीआई से दूसरे और तीसरे ह्यूमन ट्रायल के लिए मंजूरी भी मांगी है। कोविड शील्ड नाम से तैयार हो रही कोरोना की वैक्सीन के अगले ट्रायल के लिए शुक्रवार को ही पुणे स्थित कंपनी ने इजाजत मांगी है।
अनलॉक-3 में सरकार उठाने जा रही है बड़ा कदम, एक बार फिर सिनेमाघरों में लौटेगी रौनक, जानें क्या होंगे नए नियम दरअसल पूनावाला की मानें तो दिसंबर तक कंपनी के 300 से 400 मिलियन डोज बाजार में तैयार होकर पहुंच जाएंगे। वहीं इनकी कीमत की बात की जाए तो भारत में इसका दाम करीब 1 हजार रुपए के आस-पास होगा।