सितंबर में कोरोना महामारी के दौरान देश के लिए सबसे खराब अवधि रही, किसी भी महीने में सबसे ज्यादा सक्रिय केसों के साथ सबसे अधिक मौतें भी हुईं।
कोरोना इलाज के लिए दिल्ली में बन रही थी नकली इंजेक्शन, 1 लाख में बेचा जा रहा था एक इंजेक्शन, जानें पूरा मामला अब तक अगस्त को कोरोना के लिहाज से देश में सबसे बुरा महीना माना जा रहा था, लेकिन सितंबर महीने में कोरोना का प्रकोप और भी ज्यादा रहा है। भले ही अंतिम दो दिनों में कोविड-19 के नए मामलों में कमी देखने को मिली हो, लेकिन इसके बाद भी महीनेभर में इसमें जबरदस्त इजाफा हुआ है।
आपको बता दें कि बुधवार को 1,173 मौतों के साथ भारत में अब तक इस घातक महामारी से मौत का आंकड़ा 98,628 तक पहुंच गया है। सितंबर महीने में 33,255 मौतें – या कुल हताहतों में से 33.7 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गईं है।
खास बात यह है कि यह पिछले सबसे खराब महीने अगस्त से आगे निकल गया। अगस्त महीने में 28,859 मौतें दर्ज की गईं थीं। इसी तरह जुलाई में 19,122 मौतें और जून और मई के लिए क्रमशः 11,988 और 4,267 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवाई थी।
नए मामलों में 41 फीसदी का उछाल
इसी तरह बुधवार को 86,768 नए मामलों के साथ देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 63,06,802 तक पहुंच गई। सिर्फ सितंबर के महीने में 26,24,179 नए मामलों के साथ इनमें 41 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। जबकि अगस्त महीने में ये आंकड़ा 19,87,705 था।
मंगलवार को 9,46,477 के मुकाबले सक्रिय मामले बुधवार को मामूली रूप से बढ़कर 9,47,041 हो गए।
पहली बार 10,000-अंक का उल्लंघन करने के एक दिन बाद, कर्नाटक ने बुधवार को 8,856 नए मामले दर्ज किए और छह लाख से अधिक मामलों को दर्ज करने के लिए महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के बाद देश का तीसरा राज्य बन गया।
मानसून को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों में अगले कुछ घंटों में होगी भारी बारिश महाराष्ट्र में कोरोना के चलते लगातार दूसरे दिन 400 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई। बुधवार को जहां 481 लोगों की कोरोना को मौत हुई वहीं मंगलवार को ये आंकड़ा 430 रहा। सोमवार को, राज्य के हताहतों की संख्या 180 तक गिर गई थी।
बुधवार को 2,654 नए मामलों के साथ, मुंबई में सितंबर का सबसे बड़ा उछाल रहा। इससे पहले 17 सितंबर को 2411 केस सामने आए थे।