नई दिल्ली।ओडिशा ( Odisha ) के तीर्थ स्थल पुरी ( Puri ) में आज से भगनाव जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा ( Rath Yatra ) शुरू हो गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। रथ खींचने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पुरी पहुंचे हुए हैं। वहीं, सरकार और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
रथयात्रा को लेकर पुरी में उत्साह का माहौल है। नृत्य और संगीत कार्यक्रम जारी है। जय जगन्नाथ के नारे लगाए जा रहे हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सभी लोगों को शुभकामनाएं दी।
मौसी घर के लिए भगवान जगन्नाथ रवाना
जगन्नाथ यात्रा को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही थी। दिनभर रीति-रिवाज से पूजा-पाठ के बाद भगवान जगन्नाथ जी को रथ पर सवार किया गया। बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ शाम चार बजे भगनाव जगन्नाथ अपनी मौसी के घर के लिए रवाना हो गए। भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर गुंडिचा देवी का मंदिर है, जहां हर साल तीनों एक हफ्ते के लिए रहते हैं।
हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु इस रथयात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु पुरी पहुंच चुके हैं। रथ खींचने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ लगी है। वहीं, 142वीं भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और ड्रोन कैमरों की मदद से भी हर गतिविधि पर नजर रखी गई है।
11 दिनों तक होगा भव्य आयोजन गौरतलब है कि हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को इस भव्य रथयात्रा का आयोजन किया जाता है। वहीं, शुक्ल पक्ष के 11वें दिन भगवान के घर लौटने तक आयोजन चलता रहता है। तीनों रथों को बनाने में कई महीने का समय लगता है। बंसत पंचमी में रथ निर्माण काम शुरू हो जाता है। इस रथ को बनाने के लिए नीम के पेड़ की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं, इस बार मंदिर प्रशासन ने रथयात्रा से ठीक एक दिन पहले मंदिर की परंपराओं, उनके महत्व और कार्यक्रमों की सूचनाओं के लिए एक वेबसाइट भी शुरू की है। इस वेबसाइट के जरिए घर बैठे लोग रथयात्रा और जगन्नाथ जी जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इधर, गुजरात में रथयात्रा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी रथ खींचा। उससे पहले गुजरात दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में पत्नी सोनल शाह के साथ भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना की।