उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी सरकार समाज में जमीन से जुड़े सामाजिक कार्य करने वाले लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित कर रही हैं। कई बार तो ये ऐसे लोग होते हैं जिनके बारे में हमने कभी सुना भी नहीं होता अथवा जिनके काम की कभी चर्चा नहीं होती परन्तु ये अपने क्षेत्र में अपने लेवल पर बहुत ही असाधारण तथा अद्भुत कार्य कर रहे हैं।
असाधारण और विशिष्ट सेवाओं के लिए दिए जाते हैं पद्म पुरस्कारपद्म पुरस्कारों की स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी। पुरस्कारों के लिए तीन कैटेगरी (1) पद्म विभूषण, (2) पद्म भूषण और (3) पद्मश्री बनाई गई हैं और तभी से हर वर्ष गणतंत्र दिवस पर कुछ चुने गए लोगों को ये अवॉर्ड दिए जाते रहे हैं। ये पुरस्कार देश के उन नागरिकों को दिए जाते हैं जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में असाधारण और अति विशिष्ट कार्य किया हो।
आमतौर पर किसे ये पुरस्कार दिए जाने हैं, ऐसे लोगों के नामों की सिफारिश राज्य सरकारों/ संघ राज्य प्रशासनों, केन्द्रीय मंत्रालयों/ विभागों, उत्कृष्टता संस्थानों आदि के द्वारा की जाती है। अंत में अवॉर्ड कमेटी द्वारा इन नामों पर विचार कर लिस्ट फाइनल की जाती है और उस लिस्ट को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानि 25 जनवरी की शाम को अवॉर्ड प्राप्त करने वालों के नामों की घोषणा की जाती है।