इस ऐतिहासिक भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। खास बात यह है कि उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत जय सियाराम से की। उनके कदम के पीछे भी खास वजह रही।
दरअसल हमारे देश में काफी पहले से ही राम-राम और जय सियाराम के जरिए ही लोगों का अभिवादन किया जाता था। लेकिन समय के सा-साथ इसका लोप होता चला गया और लोगों ने राम-राम या जय सियाराम के की जगह जय श्रीराम कहकर संबोधन करना शुरू कर दिया।
खास बात यह है कि पीएम मोदी खुद भी अपने भाषणों में जय श्रीराम का ही नारा भी लगाते और लगवाते थे। लेकिन राम मंदिर भूमि पूजन के बाद उन्होंने ना सिर्फ अपने आप को दुरुस्त किया बल्कि दूसरों के सामने भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
भूमि पूजन के बाद इस यादगार लम्हे को साकर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देशवासियों को संबोधित किया तो शुरुआत सिया रामचंद्र की जय से की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि ये जय घोष सिर्फ सियाराम की नगरी में नहीं सुनाई दे रहा, बल्कि इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है।
उन्होंने कहा- सभी देशवासियों और राम भक्तों को कोटि-कोटि बधाई। ये मेरा सौभाग्य है कि राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट ने मुझे आमंत्रित किया और इस पल का साक्षी बनने का अवसर दिया। राम मंदिर पूजन के लिए कई सदियों तक कई पीढ़ियों ने एक निष्ठ प्रयास किया। ये दिन उसी तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है।
आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी देशवासियों को बधाई दी। इसके अलावा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ घर में रामायण पाठ का आयोजन किया। उन्होंने राम मंदिर के इस ऐतिहासिक पल पर अपने ही अंदाज में सेलिब्रेट किया।