कोरोना दवा का इजात करने वाले पतंजलि के आर्चाय बालकृष्ण ने इस दवा को बनाने का श्रेय प्रो. तोमर को दिया। आपको बता दें कि प्रो. तोमर का राजस्थान के साथ खास कनेक्शन है। दरअसल निम्स यूनिवर्सिटी राजस्थान की ही है और प्रो. तोमर इस यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं।
कोरोना की दवा विकसित करने में अहम योगदान देने वाले डॉ. बलवीर सिंह तोमर ने किंग्स कॉलेज हास्पिटल स्कूल ऑफ मेडिसिन लंदन से पढ़ाई की। इसके बाद इंग्लैंड में काम किया। इस दौरान वहां की हावर्ड यूनिवर्सिटी में डॉ. तोमर ने कई रीसर्च का काम किया।
डॉ. तोमर बाल स्वास्थ्य को लेकर काफी काम कर चुके हैं। इसकी वजह से वे WHO के साथ कई प्रोजेक्ट से भी जुड़े रहे। डॉ. तोमर को इस क्षेत्र में अनुकरणीय कार्यों के लिए कॉमनवेल्थ मेडिकल की उपाधि भी मिली।
डॉ. तोमर को उनके काम के लिए राजीव गांधी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।