विविध भारत

खुलासा: असल में कैसा दिखता है कोरोना वायरस, सतह पर कितनी देर रहता है जिंदा

कोविड-19 बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस, जिसने विश्व स्तर पर ली 7,000 से अधिक जाने
नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ कि यह वायरस हवा और जमीन पर कई घंटों तक सक्रिय रहता है

Mar 18, 2020 / 08:52 pm

Mohit sharma

खुलासा: असल में कैसा दिखता है कोरोना वायरस, सतह पर कितनी देर रहता है जिंदा

नई दिल्ली। कोविड-19 ( KOVID-19 ) बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस ( coronavirus ) , जिसने विश्व स्तर पर 7,000 से अधिक जाने ली हैं, उसके बारे में एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि यह वायरस हवा और जमीन पर कई घंटों तक सक्रिय रहता है।

अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ( NIH ) के शोधकर्ताओं ने पाया कि गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम ( Severe acute respiratory syndrome ) कोरोना वायरस-2 (एसएआरएस-सीओवी-2) वातावरण में तीन घंटे तक, तांबे पर चार घंटे तक, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और प्लास्टिक, स्टेनलेस स्टील पर दो-तीन दिन तक सक्रिय रहता है।

कोरोना वायरस: जानें संक्रमण होने के बाद कितनी है जान बचने की संभावना?

 

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक निष्कर्ष में एसएआरएस-सीओवी-2 की स्थिरता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, जिससे कोविड-19 बीमारी पैदा होती है।

उसमें एक सुझाव भी दिया गया है कि दूषित वस्तुओं को छूने से और हवा के माध्यम से लोगों में यह वायरस प्रवेश कर सकता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, उनके द्वारा इस कंटेंट को प्रीप्रिंट सर्वर पर साझा करने के बाद इस जानकारी का पिछले दो हफ्तों में काफी बड़े पैमाने में प्रसार किया गया।

बड़ी खबर: भारत में बढ़ सकती हैं कोरोना मरीजों की संख्या, ईरान से 205 भारतीय और पहुंचे

 

images_2.jpg

रॉकी माउंटेन लैबोरेट्रीज में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज मोंटाना फैसिलिटी के वैज्ञानिकों ने तुलना की कि कैसे एसएआरएस-सीओवी-2 और एसएआरएस-सीओवी-1 से पर्यावरण प्रभावित होता है।

एसएआरएस-सीओवी-1 को गहन संपर्क अनुरेखण और आइसोलेशन उपायों द्वारा खत्म किया गया था, 2004 के बाद से एक भी मामला नहीं आया।

अध्ययन के अनुसार एसएआरएस-सीओवी-1 मानव कोरोनोवायरस है जो एसएआरएस-सीओवी-2 की तरह है।

दिग्विजय सिंह को कर्नाटक हाई कोर्ट से झटका, बागी विधायकों से मुलाकात की मांग वाली याचिका खारिज

 

m4.png

इस शोध में दोनो वायरस के व्यवहार में समानता पाया गया है, जो दुर्भाग्य से बताने में असमर्थ हैं कि यह कैसे कोविड-19 बहुत बड़ा प्रकोप बन गया है।

इस शोध में निष्कर्ष के रुप में एसएआरएस-सीओवी -2 के प्रसार को रोकने के लिए, जिन्हें इन्फ्लूएंजा और अन्य श्वसन सम्बंधी समस्या है, उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है।

बीमार लोगों के करीब जाने से बचें, आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें, बीमार होने पर घर में रहें, खांसी या छींक के समय मुंह को रुमाल से ढकें, साफ-सफाई रखें, कीटाणु वाली वस्तुओं और सतहों को छूने से बचें आदि शामिल हैं।

गरीबरथ एक्‍सप्रेस से उतारे गए 4 कोरोना संदिग्‍ध, हाथ में सील के बावजूद कर रहे थे यात्रा

 

बड़ी खबर: कोरोना संदिग्ध भागा तो भरना होगा डेढ़ लाख का जुर्माना, नहीं देने पर होगी जेल

इस अध्ययन को रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स और प्रिंसटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया था।

Hindi News / Miscellenous India / खुलासा: असल में कैसा दिखता है कोरोना वायरस, सतह पर कितनी देर रहता है जिंदा

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.