नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय यात्रा के लिए शाम करीब 6 बजकर 30 मिनट पर इजराइल के बेन गुरीआं इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के पहुंचते ही इजराइली पीएम नेतन्याहू ने हाथ जोड़ कर अभिवादन करते हुए हिंदी में कहा- ‘आपका स्वागत है मेरे दोस्त’। जिस पर पीएम मोदी ने भी नेतन्याहू को गले लगाकर उनका अभिवादन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए इजराइल के 11 मंत्री भी मौजूद थे। एयरपोर्ट पर आयोजित स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि हम भारत और उसकी संस्कृति से प्यार करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक है। वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के शुरुआत में शलोम कहकर नेतन्याहू का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि भारत-इजराइल देशों के बीच कूटनीतिक संबंध शुरू हुए हैं तब से दोनों ने तरक्की की है। इजराइल की अर्थव्यवस्था, बिजनेस करने का तरीका हमें प्रभावित करता है। भारत इजराइल को अपना सबसे अहम सहयोगी मानता है। मेरे दौरे से दोनों देशों के बीच नए दौर की शुरूआत होगी। मेरा जोरदार स्वागत करने के लिए इजराइल का शुक्रिया।
पीएम मोदी का आज का कार्यक्रम
रात 9.00 बजे: प्रधानमंत्री मोदी याद वाशेम में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। ये कार्यक्रम 45 मिनट चलेगा।
रात 10.30 बजे: मोदी इजराइल के पीएम के आवास पर आयोजित रिसेप्शन में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही वहां दोनों देशों के नेता साझा बयान भी जारी करेंगे।
रात 11.15 बजे: पीएम मोदी इजराइल के पीएम नेतन्याहू के साथ डिनर करेंगे।
भारत को मिलेंगे 10 हेरॉन टीपी ड्रोन
इजराइल जल्द ही भारत को 10 हेरॉन टीपी लड़ाकू ड्रोन देने वाले है। रक्षा मंत्रालय ने 2015 में 400 मिलियन डॉलर के इस सौदे को मंजूरी दी थी। जिसके तहत इजराइल की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज भारत के लिए लड़ाकू ड्रोन बना रही है।
हेरॉन किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है। इसके साथ ही इसमें अन्य लक्ष्य को खोजने और उसको भेदने की क्षमता है। हेरॉन ड्रोन से भारतीय वायुसेना की ताकत में बड़ा इजाफा होगा।
इजराइल से कम जल में सिंचाई की तकनीक ला सकते हैं मोदी
इजराइल दौरे में सामरिक क्षेत्रों में सहयोग के अलावा कम पानी में सिंचाई की तकनीक लाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोकस रहेगा। इजराइल के राजदूत डैनियल कार्मन के अनुसार असैन्य मामलों में ये सबसे महत्वपूर्ण है। हाल में किसानों की आत्महत्या के कारण ये समझौता भारत के लिए आवश्यक है। क्यों जरूरी है भारत के लिए ये समझौता : इजराइल में मौसम की कठिन परिस्थतियों और जल की गंभीर कमी का सामना करना पड़ता है। भारत के प्रति व्यक्ति 1500 क्यूबिक मीटर सालाना जल उपलब्धता के विपरीत इजराइल में प्रति व्यक्ति सालाना जल की उपलब्धता मात्र 200 क्यूबिक मीटर है। इसके बावजूद इजराइल यूरोप समेत अन्य देशों को उच्च गुणवत्ता के कृषि उत्पाद निर्यात करता है।
रक्षा क्षेत्र में हो सकते हैं कई समझौते
मौजूदा समय में भारत 70-100 अरब रुयपे का सैन्य उत्पाद इजराइल से खरीदता है। इजराइल भी भारत के मेक इन इंडिया योजना से काफी प्रभावित है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इजराइल और भारत के बीच कई अहम रक्षा समझौते हो सकते हैं। मौजूदा वक्त में भारत 48 फीसदी हथियार इजराइल से ही लेता है।
अल्संख्यक दर्जे की यहूदियों को उम्मीद
देश के यहूदी समुदाय को नरेंद्र मोदी की इजराइल यात्रा से भारत में अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा मिलने में मदद मिलेगी। भारत में यहूदी करीब 2000 वर्षों से रह रहे हैं।
कई क्षेत्र में निवेश के समझौते
इसके अलावा दोनों पक्षों की ओर से इनोवेशन, विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। जल एवं कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के अलावा भारत और इजराइल लोगों के बीच आपसी संपर्क, हवाई संपर्क और निवेश में मजबूती के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे।
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