मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ( Ilteja ) ने 5 अगस्त को काला दिन बताया है। इल्तिजा ने कहा है कि घाटी में लगातार डर और खौफ का माहौल बनाया जा रहा है। यहां पर ना तो बोलने की आजादी है और ना ही कुछ करने की। इल्तिजा का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब एक दिन पहले ही उनकी मां और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की हिरासत को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
अगस्त महीने में नहीं होगा इन ट्रेनों का संचालन, भारतीय रेलवे ने कुछ ट्रेनों के शेड्यूल भी बदले, देखें पूरी सूची महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने एक निजी चैनल से बताचीत में जम्मू-कश्मीर के इतिहास में पांच अगस्त को काला दिन करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस दिन को किस आधार पर हम ऐतिहासिक दिन मानें। मेरी मां को कैद कर के रखा गया है। दरअसल इसके पीछे गृहमंत्रालय की खास मंशा है।
संघर्ष की जरूरत पर दिया जोर
महबूबा की बेटी ने इल्तिजा में जम्मू-कश्मीर के हालातों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि यहां पर लगातार डर का माहौल बनाया जा रहा है। किसी को भी कुछ भी बोलने की इजाजत नहीं है। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को कैद किया गया। मेरी मां अब तक हिरासत में है। इस खौफ वाले माहौल में सामूहिक संघर्ष की जरूरत है। यहां पर अब कोई भी आजाद नहीं है।
370 हटाने से आतंकवाद खत्म नहीं होगा
इल्तिजा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाने भर से ही आतंकवाद खत्म नहीं होगा। बीजेपी विधायक वसीम बारी की हत्या इस बात का सबूत है।
आपको बता दें कि इल्तिजा की मां और पूर्व सीएम वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के वक्त से ही हिरासत में हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच हाल में मुफ्ती को उनके निवास में ही नजरबंद किया गया है। शुक्रवार को ही उनके नजरबंदी की अवधि को तीन महीने और बढ़ा दिया गया है।